वास्तु की तरह फेंगशुई शास्त्र भी भारत में बहुत प्रचलित है। इस शास्त्र में भी ऐसी कई चीजें बताई गई हैं जो गुडलक और बैडलक लेकर आती हैं। इन्हीं चीजों में से एक है विंड चाइम। मान्यताओं के अनुसार, विंड चाइम पॉजिटिव एनर्जी अपनी ओर आकर्षिक करता है और जीवन में गुडलक और कामयाबी भी लाता है। लेकिन इसे घर में लगाने से पहले कुछ फेंगशुई नियमों का ध्यान रखना जरुरी है। यदि आप ऐसे ही विंड चाइम घर में लगा लेते हैं तो इससे बैड लक भी आ सकता है। तो चलिए जानते हैं विंड चाइम से जुड़े कुछ फेंगशुई नियम।
इस दिशा में लगाएं
फेंगशुई शास्त्र के अनुसार, धातु से बनी विंड चाइम हमेशा घर की पश्चिम और उत्तर दिशा में लगानी चाहिए। इसके अलावा लकलड़ी से बनी विंड चाइम पूर्व या दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए। यदि इसे ऐसे किसी भी दिशा में लगाया जाए तो घर में अशांति आती और घर के सदस्यों में प्रेम भाव खत्म हो सकता है।
बेडरुम में लगाएं ऐसी विंड चाइम
यदि आप इसे अपने बेडरुम में लगाना चाहते हैं तो हमेशा 9 राउंड वाली विंड चाइम ही लगाएं। इससे पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है। बिना गिनती की विंड चाइम बेडरुम में लगाने से शादीशुदा जिंदगी में तनाव आता है और रिश्ते खराब हो सकते हैं।
किचन में न लगाएं
इसके अलावा इसे किचन या फिर पूजा रुम में भी नहीं लगाना चाहिए। घर में मौजूद किचन को एनर्जी का स्त्रोत माना जाता है और पूजा स्थान देवी-देवताओं का स्थान है ऐसे में यहां पर विंड चाइम नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से घर की महिलाओं पर गलत प्रभाव होता है। विंड चाइम को ऐसी जगहों पर लगाएं यहां से हमेशा हवा आती रही जैसे मुख्य द्वार या खिड़की इससे घर में पॉजिटिविटी आती है।
आर्थिक स्थिति हो सकती है खराब
इसे ऐसी जगह पर न लगाएं यहां पर इसके नीचे कोई बैठे या इसके नीचे से गुजरे। ऐसी जगहों पर इसे लगाने से घर की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है और परिवार के सदस्यों पर नेगेटिव असर पड़ता है।
घर में बढ़ेगी पॉजिटिविटी
विंड चाइम से निकलने वाली आवाज पॉजिटिव एनर्जी पैदा करती है। इससे घर में एनर्जी का प्रवाह बढ़ता है और रिश्ते भी अच्छे होते हैं। यह घर का माहौल खुशनुमा रखती है। माना जाता है कि इसे घर में लगाने से वास्तु दोष दूर होता है और किस्मत भी चमकती है। इसे खरीदते हुए इस बात का ध्यान रखें कि विंड चाइम की पाइप खाली हो और ताकी इसकी मीठी आवाज घर में पॉजिटिविटी को बढ़ाए।