भारत की राजधानी और देश की शान दिल्ली अपनी ऐतिहासिक इमारतों से पूरी दुनिया को आकर्षित करती है। लाल किला, कुतुब मीनार जैसी पुरानी ऐतिहासिक स्मारकों के बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना होगा, आज हम क़रीब सौ साल पुरानी मार्केट के बारे में बताने जा रहे हैं जो अब म्यूज़ियम में तब्दील हो रही है।
हम बात कर रहे हैं अंग्रेजों के जमाने के प्रसिद्ध गोल मार्कीट की जिसे अब संग्रहालय में तब्दील किया जा रहा है। बताया जा रहा है 'Women of Delhi and India' के थीम पर NDMC का ये प्रोजेक्ट 21.6 करोड़ का है जिसे अगले साल तक पूरा करने की कोशिश की जाएगी। NDMC ना सिर्फ गोल मार्केट की मेन बिल्डिंग का बल्कि उसी दौर की बनी आस-पास की इमारतों का भी Restoration करेगा।
इस संग्रहालय को दिल्ली और देश का मान बढ़ाने वाली महिलाओं की थीम पर बनाया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी, मदर टेरेसा, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, भारत की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी, दिवंगत केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, मुक्केबाज मैरीकॉम समेत अन्य महिलाओं का नाम शामिल है।. संग्रहालय में इन प्रेरक महिलाओं के जीवन और प्रमुख घटनाक्रमों को दर्शाया जाएगा।
बता दें कि 1921 में बनी इस मार्केट को एडवर्ड लुटियंस ने डिजाइन किया था, इसमें प्रवेश करने के 6 दरवाज़े थे। निचली मंजिल पर जहां ज़्यादातर दुकानें थी वहीं ऊपरी मंजिल पर थियटर, रेस्टोरेंट, पढ़ाई के संस्थान थे। बताया जाता है कि इस मार्केट के आस-पास ब्रिटिश नौकरशाहों और उस दौर के भारतीय सरकारी अधिकारियों के घर थे और ये उन्हीं के लिए बनाई गई थी।
यहां बनने जा रहे म्यूज़ियम में ऐतिहासिक तस्वीरें, आज़ादी से पहले और बाद की महत्वपूर्ण जानकारियां, अलग-अलग रियासतों के नवाबों के गिफ्ट, लुटियंस जोन का डिज़ाइन और देश के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया जाएगा।जल्द ही इसे 'नई दिल्ली म्यूज़ियम' के नाम से जाना जाएगा।