वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम को सही तरीके से सजाने से न केवल शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि यह जीवन में सुख-समृद्धि और मानसिक संतुलन भी बनाए रखता है। यहां कुछ वास्तु टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने बेडरूम को और भी अधिक सकारात्मक बना सकते हैं:
बेडरूम की दिशा और स्थान
बेडरूम की दिशा सबसे महत्वपूर्ण होती है। वास्तु के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम (South-West) दिशा में बेडरूम होना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा स्थिरता और मजबूती का प्रतीक है। यदि आपका शयन कक्ष उत्तर-पूर्व (North-East) में है, तो यह स्थान वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है। यह दिशा ध्यान और पूजा के लिए होती है।
बिस्तर की स्थिति
सोते समय आपका सिर दक्षिण दिशा में होना चाहिए। इससे नींद बेहतर होती है और मानसिक शांति मिलती है। उत्तर दिशा की ओर सिर रखकर सोने से बचना चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे सकता है। बिस्तर को कमरे के कोने में रखना चाहिए, ताकि यह तीन दीवारों से न टकराए। बिस्तर के चारों ओर खुली जगह होनी चाहिए, जिससे ऊर्जा का सही प्रवाह हो सके।
रंगों का चुनाव
बेडरूम की दीवारों के लिए हल्के और सुखदायक रंगों का चयन करना चाहिए, जैसे कि हल्का नीला, गुलाबी, हरा, या पेस्टल शेड्स। ये रंग मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करते हैं। यहां सफेद, क्रीम, या हल्के रंगों की बेडशीट और परदों का इस्तेमाल करें, जो शांति और संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं।
फर्नीचर और सजावट
बेडरूम में भारी फर्नीचर जैसे कि अलमारी या ड्रेसिंग टेबल को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इससे कमरा संतुलित रहता है और ऊर्जा का सही प्रवाह होता है। कमरे में बहुत ज्यादा सजावट से बचना चाहिए। दीवारों पर हल्के चित्र या प्राकृतिक दृश्य लगाना शुभ माना जाता है। शादीशुदा लोगों के लिए दो पक्षियों या जोड़े वाले चित्र लगाने से प्रेम में वृद्धि होती है।
आइने का स्थान
बेडरूम में आइना रखना हो तो ध्यान रखें कि वह बिस्तर के सामने न हो। सोते समय बिस्तर का प्रतिबिंब आइने में दिखना वास्तु दोष उत्पन्न कर सकता है। अगर आइना जरूरी हो तो उसे ढककर रखें। बेडरूम में कम से कम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण रखने चाहिए। टेलीविजन, लैपटॉप, और मोबाइल फोन को बेडरूम से बाहर रखना बेहतर होता है, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकते हैं और नींद में बाधा डाल सकते हैं।
प्राकृतिक पौधे
बेडरूम में पौधे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। लेकिन ध्यान रखें कि पौधों को पूर्व दिशा में रखें और कांटेदार पौधों से बचें। गुलाब का पौधा या तुलसी का पौधा शुभ माना जाता है। बेडरूम में अच्छी वेंटिलेशन होनी चाहिए। प्राकृतिक हवा और धूप के लिए खिड़कियां खुली रखनी चाहिए, जिससे नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल सके और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके।
मंदिर और पूजा स्थान
बेडरूम में मंदिर या पूजा स्थान नहीं रखना चाहिए। पूजा का स्थान अलग होना चाहिए, ताकि बेडरूम की ऊर्जा शांत और स्थिर बनी रहे। यदि बेडरूम में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो, तो आप इसे सुधारने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं, जैसे कि वास्तु पिरामिड का उपयोग या गणेश जी की मूर्ति की स्थापना।
लाभ
-वास्तु के अनुसार सजाए गए बेडरूम में मानसिक शांति बनी रहती है, जिससे नींद बेहतर होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
-सही दिशा और सजावट से स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते हैं।
-बेडरूम में सही रंगों और चित्रों के उपयोग से दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बना रहता है।