पेड़-पौधे हमारे जीवन में बहुत अहिमयत रखते हैं। हिंदू धर्म में भी पौधे धार्मिक महत्व रखते हैं प्राचीन काल से इनकी पूजा की जा रही है। हमारे ऋषि मुनि भी पेड़ों के नीचे एकांत वातावरण में तपस्या करते थे। वहीं वास्तुशास्त्र की नजर से देखें तो भी इनका आपकी जिंदगी से गहरा संबंध होता है। घर में एक पॉजिटिव ओरा बनाए रखने में पौधे हमारी मदद करते हैं। माहौल को खुशनुमा बनाते हैं।
पेड़ पौधों का संबंध लक्ष्मी से भी है। सुगंधित पौधे मां लक्ष्मी को अति प्रिय है लेकिन कुछ पौधे नकारात्मकता का प्रतीक भी माने जाते हैं जिन्हें घर में लगाने से मां लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और घर पर दरिद्रता आलस का वास हो जाता है।
चलिए इन पौधों के बारे में ही आपको बताते हैं।
पारिजात का पौधा
पारिजात जिसका दूसरा नाम हरसिंगार है। इस पौधा का जिक्र कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस पौधे की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी और यह मां लक्ष्मी का प्रिय पौधा है और इसका स्थान इंद्र के स्वर्ग में है इसलिए तो मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा इंद्रदेव पर बनी रही। घर के सामने व मुख्य द्वार पर पारिजात का पौधा लगा होना बेहद शुभ माना जाता है।
माना जाता है इस पौधे का वास जहां होता है वहां मां लक्ष्मी वास करती हैं घर में बरकत सुख समृद्धि बनी रहती हैं और परिवारिक सदस्यों की सेहत भी सही रहती है लेकिन कुछ पौधे ऐसे भी हैं जिन्हें वेद व मान्यताओं के अनुसार, घर में लगाना अशुभ माना जाता है। इन पौधों पर आसुरी शक्तियों का वास होता है जो आपको मानसिक, शारीरिक व पैसे से जुड़ी परेशानियां दे सकते हैं ये घर में नेगेटिविटी का माहौल बना देते हैं।
दूध वाले पौधे
बहुत से पौधे आपने ऐसे देखें होंगे जिनके फूलों व तनों से दूध निकलता है। ऐसे पौधों को घर में लगाने से बचे क्योंकि शास्त्रों व मान्यताओं के अनुसार इन पौधों पर श्रापित अप्सराएं वास करती हैं जो अपने साथ नकारात्मकता लेकर आती हैं ऐसे में ये पौधे घर में लगाने से घर की शांति भंग हो जाती हैं पति-पत्नी की आपस में नहीं बनती बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता। दूसरा कारण कुछ दूध वाले पौधे जहरीले होते हैं जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। घर में छोटे बच्चे हैं तो उनके लिए भी यह काफी नुकसान देह साबित हो सकता है।
बेर का पौधा
अगर आपके घर के बाहर बेर का पौधा है तो इसे तुरंत हटवा लें क्योंकि वास्तुशास्त्र के अनुसार, इस पौधे पर सबसे ज्यादा नाकारत्मकता शक्तियां वास करती हैं। ऐसे पौधा पैसे की किल्लत , काम में विघ्न, सेहत की परेशानी अपने साथ लेकर आता है।
बबूल का वृक्ष
बबूल का पौधा भी कांटेदार हैं भले ही इस पौधे के बहुत सारे आयुर्वेदिक गुण होते हैं लेकिन इसका वास घर में नहीं होना चाहिए। दूसरा इसके कांटे बहुत बड़े होते हैं यह वृक्ष जल्दी फैल जाता है जो घर ना होकर बाहर खुले जगल में ही होना चाहिए। मां लक्ष्मी को सुगंधित फूलों वाले पौधे प्रिय हैं। कांटेदार पौधों वाले घर में मां लक्ष्मी वास नहीं करती।
इमली का पौधा
घर के सामने या घर में इमली का पौधा नहीं लगा होना चाहिए। माना जाता है कि यह भी घर की तरक्की रोकने व परिवारिक सदस्यों की बीमारियों की वजह बनते हैं।
बौनजाई पौधे
घर में लोग साज सजावट के लिए बौनजाई पौधे रखते हैं लेकिन इन्हें घर में रखना मतलब घर में नकारात्मकता का वास करवाना है क्योंकि इससे घर के किसी भी सदस्य की तरक्की नहीं होती। जैसे इस पौधों को बढ़ने से पहले ही काट कर बोना कर दिया जाता है वैसे ही यह घर के लोगों की तरक्की भी रोक देता है।
बांस का पेड़
बांस का प्लांट घर में लगाना भले ही शुभ माना जाता है लेकिन यह पेड़ आपके घर के सामने नहीं होना चाहिए। घर में इसे उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।
खजूर का पौधा
खजूर खाने में भले ही मीठी स्वादिष्ट होती हैं लेकिन इसका पेड़ जिनके घरों में होता हैं वह परेशानियों से घिरे रहते हैं। उस घर में पैसा नहीं टिकता और फिजूलखर्ची बढ़ी रहती है।
कोई भी कांटेदार पौधा
धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो घर में कांटेदार पौधा लड़ाई झगड़ा और विवाद लेकर आता है। सदस्यों में अनबन रहती है। अगर आप कांटेदार पौधे लगाते भी हैं तो इन्हें घर के अंदर नहीं बाहर रखें क्योंकि इसका संबंध माता अलक्ष्मी से है।
अब तो आप जान गए होंगे कि कौन सा पौधा घर में आने वाली लक्ष्मी को दूर कर देता है इसलिए पौधों का चयन करते समय ध्यान दें।