16 जनवरी कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में करीब 30 मिलियन हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई और अब तक 15.37 लाख लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। मगर, यह तय टारगेट का सिर्फ 64% है क्योंकि साइड इफेक्ट और डर के चलते लोग वैक्सीन लगवाने से इंकार कर रहे हैं। बता दें कि टीके से अब तक करीब 600 से ज्यादा साइड इफेक्ट के मामले सामने आ चुके हैं। यही नहीं, वैक्सीन से कुछ लोगों की मौत की खबरें भी सामने आई हैं। हालांकि पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह वैक्सीन नहीं बताई गई।
वैक्सीन से तुरंत होते हैं साइड इफेक्ट
कुछ लोग साइड इफेक्ट्स के डर से वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीन की ससाइड इफैक्ट देरी से नहीं बल्कि तुरंत होते हैं। जैसे... इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, लालपन, खुजली, सूजन या घाव और थकावट, कमजोरी, हल्का बुखार, बदनदर्द, सिरदर्द, मतली आदि, जोकि फ्लू की वैक्सीन लेने के बाद भी होते हैं। वहीं, जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है उन्हें वैक्सीन ना लेने की सलाह दी जा रही है।
कंपनियों ने जारी की फैक्टशीट- किन बातों का ध्यान रखें
बता दें कि भारत में बायोटेक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीनेशन में शामिल है, जिन्होंने वैक्सीन लगवाने से पहले एक फैक्टशीट जारी की थी। इस फैक्टशीट में बताया गया था कि वैक्सीन लगवाने से पहले और बाद में किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है
1-2 घंटे में ठीक हो जाते हैं वैक्सीन के साइड इफेक्ट
एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के बाद कई तरह की समस्याएं आती हैं लेकिन यह स्थाई नहीं है। वहीं, वैक्सीन के साइड-इफैक्ट 1-2 घंटे में खुद ब खुद ठीक हो जाते हैं। अगर आपको सीवियर एलर्जिक, ओटोइम्यून डिसीज या कोई और समस्या है तो डॉक्टर को पहले ही उस बारे में बता दें।
वैक्सीन के बाद इंफेक्शन होना बड़ी बात नहीं
वहीं, अमेरिका, ब्राउन यूनिवर्सिटी की इमरजेंसी फिजिशियन का कहना है कि एक डोज लेने के बाद इंफेक्शन होना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि इसका असर होने में एक हफ्ता या उससे ज्यादा समय लग सकता है। कोई भी वैक्सीन अपना असर दिखाने में थोड़ा-बहुत समय लेती है।
भारतीय वैक्सीन का दुनिया में ट्रैक रिकार्ड बहुत बेहतर
वैक्सीन के बाद लोगों को बुखार, सिरदर्द, एलर्जी की समस्याएं आ रही हैं लेकिन भारत में होने वाली मौत का वैक्सीन से डायरेक्ट कोई लिंक नहीं मिला है। वैक्सीन लगाने के बाद जिन 2 लोगों की मौत हुई उन्हें हार्ट से जुड़ी बीमारी थी। अन्य वैक्सीन के मुकाबले भारतीय वैक्सीन का ट्रैक रिकार्ड फिलहाल बहुत बेहतर है।
गौरतलब है कि लोगों का भरोसा वैक्सीन पर बनाए रखने के लिए खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी टीका लगवाया। उनका कहना है कि वैक्सीन से होने वाले प्रभाव सामान्य हैं। वहीं, दूसरे फेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं।