कोरोना वायरस की लड़ाई में अब भारत भी आगे आ गया है। हाल ही में वैक्सीन को लेकर भारत को एक खुशखबरी मिल गई है। दरअसल साल 2021 की शुरूआत में ही विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNTech) की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल गई थी। इसके मुताबिक, अब कोई भी देश इसे आसानी से खरीद सकता है। वहीं कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी भी दे दी गई है लेकिन अभी इसकी एक बैठक बाकी थी। हाल ही में अब वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल पर ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) का आखिरी फैसला भी आ गया है।
कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी
कोरोना वैक्सीन को लेकर तमाम भारत के लोगों को इसका इंतजार था और इस वैक्सीन को बनाने वाली कंपनियां भी इसी इंतजार में थी कि कब वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए अंतिम मंजूरी दी जाएगी। हाल ही में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भारत में इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद भारत जीत के एक कदम और करीब आ गया है।
पीएम मोदी ने दी बधाई
जीत की ओर बढ़ते भारत को पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर बधाई दी है और लिखा ,' DCGI ने सीरम इंस्टिट्यूट के कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है। भारत को बधाई। हमारे सभी मेहनती वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स को बधाई।'
वैक्सीन 100 फीसदी सुरक्षित
वहीं DCGI निदेशक वीजी सोमानी ने कहा- 'यदि सुरक्षा से जुड़ा थोड़ा भी संशय होता तो हम ऐसे किसी भी चीज को मंजूरी नहीं देते। ये वैक्सीन 100 फीसदी सुरक्षित हैं। हल्के बुखार, दर्द और एलर्जी जैसे कुछ दुष्प्रभाव हर वैक्सीन के लिए आम हैं। वैक्सीन से लोग नपुंसक हो सकते हैं, यह दावा पूरी तरह से बकवास है।'
बता दें कि क्लीनिकल ट्रायल में कोविशील्ड 90% तक असरदार पाई गई थी, जिसके आधार पर इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, यह वैक्सीन हर उम्र के लोगों पर असरदार है इसलिए इस वैक्सीन को भारत के लिए अच्छा माना जा रहा है। हालांकि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) भी ट्रायल में 90% तक असरदार पाई गई है और इसका कोई साइड-इफैक्ट भी नहीं हुआ। दोनों वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी और इन वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया गया है।
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर बनी एक्सपर्ट कमेटी ने पिछले 48 घंटों में दो वैक्सीन को देश में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी लेकिन अभी अंतिम फैसला आना बाकी था। भारत के लिए यह गौरव का पल इसलिए भी है क्योंकि यह दोनों वैक्सीन स्वदेशी हैं। कोवैक्सीन (Covaxin) को भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने बनाया है। ये वैक्सीन हैदराबाद लैब में तैयार की गई है। तो वहीं, कोविशील्ड (Covishield) को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका ने मिलकर बनाया है और भारत में इसका निर्माण सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute) द्वारा किया जा रहा है।