क्रिसमस का त्यौहार हर जगह बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। क्रिसमस पर बच्चों को सबसे ज्यादा इंतजार सांता क्लॉज और उनसे मिलने वाले गिफ्ट्स का रहता है। सांता क्लॉज से मिलने वाला गिफ्ट बच्चों के चेहरे पर खुशियां ले आता है लेकिन गरीब व अनाथ बच्चे इस खुशी से वंचित रहते हैं। ऐसे में उनको खुशियां बांटने की जिम्मेदारी अपने सिर ली मिसेज सांता क्लॉज यानि फातिमा सन्सन ने।
गरीब बचच्चों में खुशियां बांट रही मिसेज सांता
दक्षिण-पूर्वी ब्राजील में रहने वाली फातिमा पिछले 5 दशक से गरीब बच्चों के लिए काम कर रही हैं। 61 साल की फातिमा ने कोरोना के चलते पीपीई किट जैसी सांता ड्रेस बनवाकर बच्चों को मिठाई व खिलौने बांटें। यही नहीं उन्होंने बच्चों को गले लगाकर उनका हौंसला भी बढ़ाया। उन्होंने ऐसा क्रिसमस पूर्व की परंपरा बनाए रखने के लिए किया।
खुद ब्रेस्ट कैंसर से जूझ चुकी हैं फातिमा
बच्चों को इंफेक्शन ना हो इसके लिए उन्होंने मुंह पर प्लास्टिक शीट पहन लिया था। इसके साथ ही वह इस एरिया के लोगों को कोरोना से सचेत करने का काम भी करती हैं। बता दें कि हाल ही में फातिमा ब्रेस्ट कैंसर को मात दे चुकी हैं। महामारी के बीच कम आय वाले जो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, फातिमा उनकी मदद भी करती हैं।
बच्चों को गले लगाकर बढ़ाया हौंसला
फातिमा के साथ चैरिटेबल इवेंट में काम करने वाली एक महिला सहकर्मी ने कहा कि हम यह उम्मीद कर रहे हैं कि दोबारा अच्छे दिन आएंगे और तब हम एक-दूसरे को गले लगाएंगे लेकिन मिसेज फातिमा का इन हालातों में बच्चों को प्यार करना व उन्हें गले लगाना वाकई काबिले-ए-तारीफ है।