नारी डेस्क: महाराष्ट्र के नागपुर में शनिवार रात एक बड़ा हादसा हुआ। खापरखेड़ा से कोराडी मंदिर मार्ग पर एक निर्माणाधीन गेट का स्लैब गिर गया, जिससे 15 से 16 मजदूर घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब वहां आरसीसी (RCC) स्लैब डाला जा रहा था। स्लैब अचानक गिरने से वहां काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए।
क्या हुआ हादसे में?
शनिवार रात 8 से 8:30 बजे के बीच, कोराडी मंदिर के पास एक गेट का निर्माण कार्य चल रहा था। तभी स्लैब डालने के दौरान उसका एक हिस्सा गिर गया। मौके पर काम कर रहे मजदूर अचानक मलबे में दब गए। घटना के तुरंत बाद एनडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। महाराष्ट्र के नागपुर में एक निर्माणाधीन गेट गिरने से बड़ा हादसा हो गया। सपनों के साथ काम पर निकले 15 मजदूर घायल हुए, अस्पताल में चल रहा इलाज।
कितने लोग घायल हुए?
नागपुर के जिलाधिकारी (डीएम) विपिन इटनकर ने जानकारी दी कि हादसे में 15 से 16 मजदूर घायल हुए हैं। सभी को इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भेजा गया है। कुछ मजदूरों को नंदिनी अस्पताल और कुछ को मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीएम ने यह भी बताया कि घायलों को मामूली चोटें आई हैं और फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं है। उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि “ऐसी खबरें न फैलाएं कि वहां 50 लोग फंसे हैं। मौके पर सभी ज़रूरी टीमें मौजूद हैं और मलबा हटाया जा रहा है।”
मौके पर क्या हो रहा है?
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल), पुलिस और नगर विकास विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। सुबह से ही बड़े स्तर पर ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है ताकि कोई और मजदूर मलबे में फंसा हो तो उसे बचाया जा सके।
नगर विकास प्राधिकरण का बयान
नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (NMRDA) के आयुक्त संजय मीणा ने बताया कि यह हादसा निर्माण कार्य के दौरान हुआ। ठेकेदारों द्वारा कोराडी मंदिर के पास गेट का निर्माण किया जा रहा था। उन्होंने कहा, “घटना की पूरी जांच की जाएगी कि यह दुर्घटना कैसे हुई। अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है, और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी को गंभीर चोट नहीं है।”
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि हादसे के वक्त करीब 9 मजदूरों को तुरंत बाहर निकाला गया। कुछ मजदूर खून से लथपथ थे, जबकि कुछ को हल्की चोटें आई थीं।
यह हादसा एक बड़ी लापरवाही का नतीजा हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है। अच्छी बात यह है कि किसी की जान जाने की खबर नहीं है, लेकिन घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है। प्रशासन की टीम राहत कार्यों में जुटी हुई है और आगे की जानकारी जांच के बाद सामने आएगी।