इन दिनों फिल्म 'आदिपुरुष' सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। जब से यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई है लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते दिखाई दे रहे हैं। मूवी में किसी को रावण नहीं अच्छा लगा तो किसी को राम भक्त हनुमान की भाषा टपोरियों जैसी लगी वहीं कुछ सीन्स ऐसे हैं जिन्हें देखने के बाद लोग रामायण के सीन्स को गलत तरह से दिखाने का डायरेक्टर पर आरोप भी लगा रहे हैं। अब लोगों के बाद रामानंद सागर की रामायण में राम किरदार अदा करने वाले अरुण गोविल ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
अरुण ने कह दी ये बात
राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल के मुताबिक, रामायण हमारे लिए एक आस्था और भरोसे का विषय है और उसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ की जाए यह बात स्वीकार नहीं की जा सकती। रामायण को लेकर आधुनिकता या पौराणिकता की बात कहना गलत है फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स और प्रेजेंटेशन की बात अलग है परंतु कैरेक्टर्स को अच्छे से पेश करना बहुत ही जरुरी है। हालांकि जो उन्हें लेकर बातें कही जा रही है वो चिंता की बात है। राम-सीता-हनुमान को आधुनिकता और पौराणिकता के ढांचें में बांटना बहुत ही गलत बात है। ये सभी आदि भी हैं अनंत हैं और इन सबके स्वरुप भी पहले से ही तय हैं तो उसी स्वरुप को फिल्म में दिखाने में क्या आपत्ति थी। आगे अरुण ने कहा कि आदिपुरुष में रामायण की कहानी को पेश करने से पहले मेकर्स का सोचना चाहिए था कि वो किस तरह से लोगों के आस्था के विषय से जुड़ी रामयाण को पेश करने जा रहे हैं।
'ऐसी भाषा का मैं साथ नहीं देता'
फिल्म के डॉयलॉग्स का भी लोग बहुत ही विरोध कर रहे हैं। इस बारे में बात करते हुए अरुण ने कहा कि इस तरह की भाषा अच्छी नहीं लगती और मैं हमेशा से मर्यादित भाषा का ही इस्तेमाल करता हूं, ऐसे में रामायण में इस तरह की भाषा का मैं समर्थन ही नहीं करता हूं, फिर वही बात सामने आती है कि आपको रामायण की मूल भावना से हटाने की क्या जरुरत थी?
टीजर आने के बाद यह बोले थे अरुण
आदिपुरुष में रामायण को हॉलीवुड से इंस्पायर होकर एक कार्टून फिल्म के तौर पर दर्शाया गया है जो बिल्कुल बिल्कुल भी सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मेकर्स ने क्रिएटिव लिबर्टी ली है लेकिन अगर वो फिल्म में अपना नया इनपुट डालना चाहते थे तो यह ठीक नहीं है। अरुण ने बात करते हुए यह भी बताया कि जब फिल्म का पहला टीजर सामने आया था तो उनकी मेकर्स के साथ बात हुई थी और उन्होंने अपनी राय भी उसी समय उन्हें बता दी थी।
ओरिजनल स्वरुप से ना की जाए छेड़छाड़
फिल्म में राम सीता के रोल के बारे में बात करते हुए एक्टर ने कहा कि इसमें कलाकारों की कोई गलती नहीं होती क्योंकि उन्हें जो भी किरदार दिया जाता है वो सिर्फ मेकर्स ही तय करते हैं। आगे बॉलीवुड में रामायण पर बनने वाली फिल्मों के मेकर्स को अरुण ने सुझाव देते हुए कहा कि रामायण की मूल भावना को बरकरार रखकर ओरिजनल स्वरुप से बिल्कुल भी छेड़छाड़ न ही करें।