नारी डेस्क: आलिया भट्ट शादी के बाद बहुत जल्द मां बन गई थीं। हर कोई इस बात से हैरान था क्योंकि एक्ट्रेस अपने करियर के चरम पर थीं। वो खुद 30 साल की भी नहीं थी, तो किसी को यकीन नहीं था कि वो अपने बच्चे की अच्छे से परवरिश कर पाएंगी। लेकिन न सिर्फ उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी में काम जारी रखा, बल्कि अब भी वो लगातार फिल्में प्रमोट करती हैं और साथ में अपनी बच्ची की बेहतरीन परवरिश भी कर रही हैं। वो चाहे जितनी भी बिजी हों, बच्चे के लिए समय जरूर निकालती हैं। यहां तक की वो राहा को अपने साथ इवेंट में भी ले जाती हैं। ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि वो इतने अच्छे से वर्क लाइफ को बैलेंस कैसे कर रही हैं। इसका जवाब आलिया ने खुद दिया है।
आलिया कैसे कर रही हैं बच्चे के साथ वॉर्क- लाइफ को बैलेंस
एक्ट्रेस ने कहा कि बच्चे की परवरिश जिंदगी भर चलने वाली प्रक्रिया है। ऐसे में परफेक्शन लाना मुमकिन नहीं है। ऐसे में बच्चे को खूब सारा प्यार और अटेंशन देने का एक ही तरीका है। जब भी मौके मिले, बच्चे के साथ बिताएं और बस प्यार दें, क्योंकि प्यार की कोई हद नहीं है।
ये है आलिया की पेरेटिंग फिलोसफी
एक्ट्रेस ने अपनी पेरेंटिग फिलोसफी के बार में बात करते हुए कहा कि जब भी उन्हें लगता है कि उनकी बेटी सही चीज नहीं चुनेगी, तो वो कहती हैं 'मैं तुमपर भरोसा करती हूं'। वो आगे कहती हैं वो अपनी बच्ची को परफेक्ट चीज चुनने सिखाना ही नहीं चाहती, बस उसे अपने जीवन के फैसले लेने में सक्षम बनाना चाहती है।
राहा से सीखी हैं ये चीजें
आलिया ने ये बताया कि बेटी की परवरिश ने उन्हें सहनशील बना दिया है। इसके अलावा आलिया राहा को अपने साथ हर जगह लेकर जाती हैं।कई पैरेंट्स जहां छोटे बच्चे को जिम्मेदारी समझते हैं और अपने साथ कहीं लेकर ट्रैवल नहीं करते हैं। वहीं आलिया इसे जिम्मेदारी न समझते हुए अपनी बेटी के साथ समय बिताने का मौका समझती हैं। इससे मां- बेटी का बॉन्ड मजबूत भी होता है।