टीवी सीरियल 'नीमा डेन्जोंगपा' एक नाॅर्थ ईस्ट लड़की की कहानी है जो सिक्किम से अपने सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई आती है। नाॅर्थ ईस्ट होने के कारण मुंबई में उसे भेदभाव का सामना करना पड़ता है। नीमा के किरदार में असम की एक्ट्रेस सुरभि दास नजर आ रही हैं। सुरभि की खुद की कहानी भी उनके टीवी सीरियल जैसी ही है। असल जिंदगी में भी एक्ट्रेस को नस्लवाद और भेदभाव का सामना करना पड़ा था।
हाल ही में मीडिया से बात करते हुए सुरभि ने बताया, 'नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के साथ ऐसा होना आम बात है। उनके साथ बहुत भेदभाव किया जाता है और तरह-तरह के नामों से बुलाया जाता है। जब दिल्ली में थी तब मैंने खुद यह सहा है। लोग मेरी खराब हिंदी का मजाक उड़ाते थे। मैं तो यह कहूंगी कि जिन लोगों ने मुझ पर कमेंट किए और मेरी खराब हिंदी का मजाक उड़ाया, असल में उन्होंने ही हिंदी को सुधारने में मेरी मदद की है।'
वह आगे कहती हैं, 'मेरे कई दोस्त थे जो मुझे चिढ़ाते थे। वो सोचते थे कि वो मुझे प्यार से चिढ़ाते हैं पर मैंने हमेशा ही इस पर आपत्ति जताई। मैं उनसे हमेशा कहती थी कि मुझे इस तरह के भेदभाव या जातिवाद वाले नामों से मत बुलाओ। अगर आप लोग ऐसा मजाक कर रहे हैं तो यह बिल्कुल भी मजाक नहीं है।'
सुरभि कहती हैं, 'जब नॉर्थ-ईस्ट के लोग मेडल जीतते हैं तो लोग 'भारत की बेटी' या 'भारतीय' कहते हैं, वरना तो हम 'चिंकी' हैं। जिस तरह नॉर्थ-ईस्ट के लोग स्पॉर्ट्स से लेकर फिल्मों और अन्य क्षेत्रों में पहचान बना रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं, उससे जल्द ही लोगों की सोच बदलेगी।'