देश की हर कोने में गणेश चतुर्थी बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। गणेश चतुर्थी उत्सव में गणपति जी की मूर्ति घर में स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है। इस दौरान हर जगह मिट्टी और प्लास्टर की मूर्तियों की भरमार देखने को मिलती है लेकिन पर्यावरण की जागरूकता को देखते हुए हाल ही में एक शख्स ने इको-फ्रेंडली गणेश जी की मूर्ति बनाई है।
सोशल मीडिया पर भी यूजर्स लोगों से इको-फ्रेडली गणेश चतुर्थी मनाने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंगलुरु के नितिन ने गणेश जी की ऐसी प्रतिमा बनाई है, जो विसर्जन के बाद पेड़ बन जाएगा।
दरअसल, नितिन नाम के शख्स ने दावा किया है कि उनके द्वारा बनाई गई मूर्ति पानी में घुलनशील है, जो बाद में पेड़ बन जाएगी। इसे बनाने के लिए उन्होंने पेपर की लुग्दी, सब्जियों और फलों के बीज का इस्तेमाल किया है। इसमें किसी भी तरह के हानिकारक पेंट, रंग या अन्य सामग्री का यूज नहीं हुआ। इसे पानी विसर्जित करने के बाद इसके बीज उग आएंगे।
नितिन ने बताया कि वो ऐसी मूर्तियां इस साल सिर्फ 30-40 ही बना रहे हैं क्योंकि अभी मंगलुरू में इनकी डिमांड ज्यादा नहीं है। हालांकि हो सकता है कि आने वाले समय में इनकी डिमांड बढ़ जाए।
यह मूर्ति अब तक की सबसे अलग मूर्तियों में से हैं, जो यह पानी में पूरी तरह से घुल जाती है। कुल मिलाकर यह मूर्ति बाद में एक पेड़ में तब्दील जो जाएगी। सोशल नेटवर्किंग साइड्स पर नितिन की काफी तारीफ हो रही है। एक ने लिखा है, 'यह बहुत ही शानदार है, ऐसे छोटे-छोटे कदम की प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे।
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