बरसात का मौसम जहां गर्मी से राहत दिलाता है, वहीं कई स्वास्थ्य और त्वचा संबंधी प्रॉबल्म भी खड़ी कर देता है। इस मौसम में छोड़े-मोटे कीट-पंतगे अपने बिलों से बाहर निकल आते है और मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ जाता है जिस वजह से डेंगू होने की आंशका बढ़ जाती है। अगर डेंगू का इलाज सही समय पर न किया जाए तो समस्या काफी बढ़ सकती है। माना की डेंगू बुखार में डॉक्टरी इलाज बहुत जरूरी है लेकिन कुछ घरेलू तरीके अपनाकर भी डेंगू का इलाज किया जा सकता है। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू वायरस फैलता है। बुखार के दौरान प्लेटलेट्स कम होने लगती है। इस बुखार में कई सामान्य लक्षण दिखेन लगते है। इस लक्षणों को पहचानकर इलाज करवाना काफी जरूरी है।
डेंगू बुखार के लक्षण
- सिरदर्द
- तेज बुखार
- उल्टी अौर दस्त
- जोड़ों में दर्द
- शरीर पर लाल रंग के दाने
- त्वचा पर रैशेज
- थकान
कभी-कभी यह लक्षण फ्लू के साथ मिलकर कंफ्यूज भी कर देते हैं। इसलिए इन लक्षणों के दइकने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
डेंगू बुखार का घरेलू इलाज
नीम के पत्तों में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है। नीम के पत्तों और उसके अर्क को पीने से ब्लड प्लेटलेट और सफेद रक्त कोशिकाएं बढ़ने लगती है।