बदलती जीवनशैली की वजह से सेहत से जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही है हालांकि लोग इन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए काफी सजग होते जा रहे हैं और ऐसी चीजों को खाने में शामिल कर रहे हैं जो उन्हें हैल्दी रखें। हमारी युवा पीढ़ी का क्रेज इन दिनों इंटरनैशनल सुपरफूड्स में खूब देखने को मिल रहा है, जिसमें ऑलिव,क्विनोआ, ओट्स, अकाई बेरी, गोजी बेरी, चिया सीड्स, केल के पत्ते आदि जैसे आहार शामिल हैं जो ग्लोबल ट्रैंड में भी खूब पसंद किए जा रहे हैं लेकिन आप शायद यह नहीं जानते कि आज ट्रेंड में आने वाले ये फूड्स हमारे देश में सदियों से प्रचलित हैं। जिनके फायदे हम अपने दादी-नानी के मुंह से भी सुनते आ रहे हैं। इन अंतर्राष्ट्रीय खाद्य पदार्थ के मुकाबले हमारे देश में आसानी से और कम दाम में मिलने वाले तुलसी के बीज, आंवला, अश्वगंधा जैसे फूड्स सेहत को दोगुना फायदा पहुंचाते हैं।
1. तुलसी के बीज और शिया सीड्स
तुलसी के बीज यानि सब्जा और शिया सीड्स देखने में लगभग एक जैसे होते हैं। शिया सीड्स में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो सेहत के लिए अंडे खाने जितना ही फायदेमंद है जबकि,तुलसी के बीजों में विटामिन, आयरन जैसे और भी जरूरी पोषक तत्व शामिल होते हैं जो बॉडी में ब्लड शूगर लेवल को कंट्रोल रखते हैं। इसके अलावा यह पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह बीज कब्ज और फ्लू को खत्म करने का भी काम करते हैं। इसे खाने से पहले भिगोना जरूरी है। बाजार में आपको यह आसानी से मिल जाएगा।
2. आंवला और अकाई बेरी
इंटरनैशनल फूड अकाई बेरी के मुकाबले आंवला सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। अकाई बेरी एंटी-एजिंग और वजन को आसानी से कम करने के लिए जाना जाता है। जबकि आंवला विटामिन सी से भरपूर,रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और एंटी एजिंग गुणों से भरपूर होता है। यह आसानी से और सस्ते दाम में मिल जाता है। आंवले का मुरब्बा,च्यवनप्राश,आंवला कैंडी और जूस की तरह भी इसका सेवन किया जा सकता है।
3. इंडियन ऑयल और ऑलिव ऑयल
आजकल लोग खाने में इंडियन ऑयल यानि सरसों,नारियल और मूंगफली का तेल इस्तेमाल करने का बजाए ऑलिव ऑयल में खाना बनाते हैं लेकिन महंगा होने की वजह से हर कोई इसका सेवन नहीं कर पाता लेकिन इंडियन ऑयल नारियल, सरसो का तेल और मूंगफली भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। नारियल का तेल बुरे कोलेस्ट्रॉल को अच्छे कोलेस्ट्रॉल में बदलने का काम करता है, सरसों का तेल मिनरल्स से भरपूर और मूंगफली के तेल में विटामिन ई प्रचूर मात्रा में शामिल होता है। आप इन तेलों को ऑलिव ऑयल के मुकाबले सस्ते दाम में और आसानी से खरीद सकते हैं।
4. अश्वगंधा और चीनी जीन्सेंग
एशिया में चीन में पाए जाने वाले पौधे जीन्सेंग का इस्तेमाल यौन संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है लेकिन यह यहां बड़ी मुश्किल से मिलता है। इसकी जगह पर भारत में मिलने वाली अश्वगंधा इन परेशानियों का हल करने में सक्षम है। आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल किए जाने वाली जड़ी बूटी को आप कम दाम में आसानी से खरीद सकते हैं।
5. कुट्टू के बीज और ओट्स
कुट्टू के बीज और आटा, गुजरात में व्रत के दौरान ज्यादा खाए जाने वाला अनाज है। इसमें मैग्निशियम और पोटाशियम भरपूर होता है। इसी के साथ ओट्स के मुकाबले इसमें प्रोटीन व अमीनो एसिड भी ज्यादा होता हैं जो पेट से जुड़ी परेशानियों और खून के दौरे को सामान्य रखने में मददगार है।
6. जामुन और गोजी बेरी
यह दोनों फ्रूट ज्यादातर एशिया में ही पाए जाते हैं और डायबीटिज रोगी के लिए फायदेमंद हैं। गोजी बेरी चाइना जबकि जामुन भारत में पाए जानेे वाला फल है। जामुन सेहत के लिए हर तरह से फायदेमंद है। थकावट, गले में दर्द,प्रतिरोधक क्षमता मजबूत और ब्लड शूगर को कंट्रोल करने में जामुन बेस्ट हैं। इसके अलावा इसमें कैल्शियम,पोटाशियम, आयरन,विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं। जो शरीर में खून की कमी को भी पूरा करते हैं। गोजी बेरी आपको आसानी से मिल नहीं पाता। इसकी जगह आप सुपरफूड जामुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
7.चुकंदर और केल के पत्ते
इन दिनों लोग केल के पत्तों को सलाद में खूब शामिल कर रहे हैं। केल के पत्ते में न्यूट्रिशियंस, विटामिन 'ए' और 'के' बहुत ज्यादा होता है लेकिन इसकी जगह आप चुकंदर के हरे पत्ते भी सलाद के रूप में खा सकते हैं बहुत से लोग इसके हरे पत्ते काट कर इसकी जड़ का ही सेवन सलाद के रूप में करते हैं जबकि इसके पत्ते न्यूट्रिशियंस और आयरन का अच्छा स्त्रोत हैं।
- वंदना डालिया