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Nari

सब कुछ छोड़ने का मन कर रहा था…’, हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे थे जुबीन गर्ग

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 22 Sep, 2025 02:23 PM

नारी डेस्क:  बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबीन गर्ग अब इस दुनिया में नहीं रहे। 20 सितंबर 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान उनका निधन हो गया। इस खबर ने संगीत जगत ही नहीं, बल्कि उनके लाखों फैंस को भी गहरे सदमे में डाल दिया। जुबीन की अंतिम यात्रा में भी भारी भीड़ उमड़ी थी। इसी बीच, म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर अनु मलिक ने उनके स्वास्थ्य और निजी जीवन से जुड़ी कई बड़ी बातें सामने रखी हैं।

अनु मलिक ने किया बड़ा खुलासा

अनु मलिक ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में जुबीन को याद करते हुए कहा कि वह बेहद प्यारे और शालीन इंसान थे। उनकी मुलाकात असम में किसी के जरिए हुई थी। इसके बाद उन्होंने जुबीन से ‘फिजा’ फिल्म में गाना गवाया। यही नहीं, दोनों ने ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’ (2003) और ‘मिशन इस्तांबुल’ (2008) जैसी फिल्मों में भी साथ काम किया।

हेल्थ प्रॉब्लम से परेशान रहते थे जुबीन

अनु मलिक ने बताया कि जुबीन गर्ग स्वास्थ्य समस्याओं से काफी परेशान थे। उन्होंने कहा कि सिंगर उन्हें अक्सर अपनी दिक्कतों के बारे में बताते थे। जुबीन कहा करते थे कि उन्हें अचानक से ब्लैकआउट हो जाता था। यानी एकदम से होश खो बैठते थे। इस पर अनु मलिक ने उन्हें डॉक्टर से चेकअप और इलाज कराने की सलाह भी दी थी।

‘मुंबई वापस नहीं आना चाहता…’

अनु मलिक ने यह भी खुलासा किया कि वह जुबीन से मुंबई में शिफ्ट होकर काम करने के लिए कहते थे, ताकि उन्हें और बेहतर मौके मिल सकें। लेकिन जुबीन का कहना था कि वह मुंबई नहीं आना चाहते। उन्हें अपनी मिट्टी से गहरा लगाव था और वह वहीं रहकर काम करना चाहते थे। अनु ने याद किया कि एक बार जुबीन ने उनसे कहा था – “मैं कभी मुंबई वापस नहीं आना चाहता। अगर आप बुलाएंगे तो मैं गाना गाऊंगा और फिर वापस लौट जाऊंगा।”

फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगा नाम

जुबीन गर्ग ने बॉलीवुड में ‘या अली’ जैसे सुपरहिट गाने दिए। उनकी आवाज ने न सिर्फ फिल्मों को हिट बनाया, बल्कि उन्हें लाखों लोगों के दिलों में अमर कर दिया। उनके अचानक चले जाने से संगीत जगत को गहरी क्षति पहुंची है।

 यह खबर जुबीन गर्ग की जिंदादिली और सादगी दोनों को उजागर करती है। एक तरफ उनका स्वास्थ्य साथ नहीं दे रहा था, तो दूसरी ओर वह अपने असम और मिट्टी से जुड़ाव को कभी छोड़ना नहीं चाहते थे।  

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