कोविड 19 के बाद लोगों में शाकाहारी भोजन का रुझान बढ़ा है। शाकाहारी भोजन खाने से इम्यूनिटी बढ़ने के साथ बेहतर शारीरिक विकास होने में मदद मिलती है। वहीं लोगों को शाकाहारी भोजन के प्रति जागरूक करवाने के लिए हर साल दुनियाभर में 1 अक्तूबर को 'World Vegetarian Day' यानि 'विश्व शाकाहारी दिवस' मनाया जाता है।
मगर प्रोटीन का एक बड़ा हिस्सा नॉन वेज से मिलता है। ऐसे में अक्सर वेजिटेरियन लोगों में प्रोटीन की कमी होती है। मगर हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, आप कुछ वेजीटेरियन चीजों को अपनी डेली डाइट में शामिल करके प्रोटीन व अन्य विटामिन्स की कमी पूरी कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इसके बारे में....
ड्राई फ्रूट्स
ड्राई फ्रूट्स में भारी मात्रा प्रोटीन व अन्य पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में आप अपनी डेली डाइट में काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट, मूंगफली, मखाने आदि शामिल करें। इससे आपके शरीर को सही मात्रा में प्रोटीन मिलेगा। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलेगी। ऐसे में बेहतर तरीके से शारीरिक व मानसिक विकास होगा।
दूध
दूध पोषक तत्वों व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होता है। इसलिए इसे कंप्लीट फूड कहा जाता है। ऐसे में रोजाना 1-2 गिलास दूध पीने से शरीर में प्रोटीन व कैल्शियम की कमी दूर होती है। मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आती है।
काले चने
चनों में पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। इम्यूनिटी व पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। आप ब्रेकफास्ट में स्प्राउट्स बना कर खा सकती है। इसके अलावा आप या चनों को हल्का फ्राई करके शाम को स्नैक्स की तरह खा सकती है।
दही
अगर आप दूध पीना पसंद नहीं करते हैं तो रोजाना लंच में 1 कटोरी दही खाएं। इससे आपकी इम्यूनिटी व पाचन तंत्र मजबूत होगा। ऐसे में बीमारियों से बचाव रहेगा।
राजमा
राजमा तो बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को पसंद होते हैं वहीं हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर आदि पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में इसे खाने से आपको प्रोटीन व पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी। आप राजमा को उबालकर इसमें नमक, प्याज, टमाटर, बीन्स आदि डालकर खा सकती है।
सोयाबीन
सोयाबीन भी प्रोटीन व कैल्शियम का उचित स्त्रोत है। इसका सेवन करने से हड्डियों में मजबूती आती है। ऐसे में बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। इसका आप आटा, दाल, दूध, चाप आदि के रूप में सेवन कर सकती हैं।