मलेरिया एक ऐसी बीमारी हैं, जिससे हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है। बच्चे इस बीमारी की चपेट में सबसे ज्यादा आते हैं। विश्व मलेरिया रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगभग 22 प्रतिशत बच्चे इसकी चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास-ख्याल रखना बहुत जरूरी होता। मलेरिया मच्छर काटने पर इस बीमारी के लक्षण 7-8 दिन बाद दिखाई देते हैं। इस बीमारी में सिरदर्द, उल्टी, दस्त, नाक से खून निकलना, कमजोरी, एक समय पर बुखार आना और उतरना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। आज इस विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर हम आपको बताएंगे आप किस तरह बच्चों को मच्छरों और इस बीमारी से बचा सकते हैं।
उचित कपड़े पहनना
गर्मी के मौसम में बच्चे फुल स्लीव कपड़े पहनना पसंद नहीं, जिसस मच्छर काटने का कपड़ा ओर भी बढ़ जाता है। इसलिए जब भी वह बाहर जाए उन्हें लंबी बांह की शर्ट और लोअर जरूर पहनाए। मच्छर ज्यादातर पैरों में काटते हैं इसलिए उन्हें हल्की स्किन सॉक्स भी जरूर पहना दें।
शाम को बाहर न जाने दें
मलेरिया मच्छर ज्यादातर शाम के समय ही काटते हैं, खासकर पार्क में। इसलिए जब पार्क जाना हो तो अपने बच्चों को झाड़ी कचरे से दूर रखें क्योंकि वह मच्छरों को आकर्षित करते है। शाम के समय बच्चों को छत पर भी न जानें दें। क्योंकि खुली हवा में भी मच्छर ज्यादा होते हैं।
पानी जमा होने दें
शाम के समय घर की दरवाजे और खिड़कियां ज्यादा देर तक खुली न छोड़ें। क्योंकि इससे मच्छर आपके घर में आएंगे और बच्चे को मलेरिया होने का खतरा बढ़ जाएगा। अगर आपको नेचुरल हवा चाहिए तो घर में जाली वाली खिड़कियां लगवाएं। इससे आप आराम से बाहर की नेचुरल हवा में सांस ले पाएंगे।
मच्छर मारने वाली दवा
घर के बाहर ही नहीं बल्कि अंदर भी मच्छरों के काटने का खतरा होता है। इसलिए घर के अंदर मच्छर मारने वाली क्वाइल, कार्ड या लिक्विड इलेक्ट्रिक या दवाई का छिड़काव करवाएं। अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं तो अपने साथ बच्चों को स्प्रे या क्रीम लगाना न भूलें।
पानी जमा न होने दें
अगर घर के किसी कोने में पानी जमा है तो उसे निकाल दें। क्योंकि गंदे पानी में मलेरिया मच्छर पनपने के चांसेस सबसे ज्यादा होते हैं। बच्चों को भी पानी में खेलना बहुत अच्छा लगता है, जिससे वह ऐसी जगहों पर भी चले जाते हैं। इसलिए अपने आस-पास की जगहों को हमेशा साफ रखें।
जन्मजात
मलेरिया एक संक्रमित रोग है। अगर किसी गर्भवती महिला को प्रसव से पहले मलेरिया तो यह उसके बच्चे को भी संक्रमित कर सकता है। इससे जन्मजात मलेरिया भी कहा जाता है।
मच्छरदानी लगाना
नींद के दौरान अपने बच्चे को आप मच्छरदानी से ढक कर सुलाए। इसके अलावा सोने से पहले उनकी त्वचा पर सिट्रोनेला तेल या क्रीम भी लगाए। यह मच्छरों को दूर रखता है।