लड़का हो या लड़की, शादी होने के बाद उनके व्यवहार के साथ कई चीजें बदल जाती हैं। मगर, अक्सर देखने को मिलता है शादी के कुछ साल बीतने के बाद महिलाओं का स्वभाव चिड़चिड़ा व गुस्सैल हो जाता है। महिलाएं अक्सल छोटी-छोटी बात कर गुस्सा करने लगती है और स्ट्रेस में रहने लगती है लेकिन आप जानते हैं कि इसका कारण क्या है। आज अपने इस आर्टिकल में हम आपको यही बताएंगे कि शादी के कुछ साल बीतने के बाद महिलाओं के स्वभाव में बदलाव क्यों आता है।
नहीं मिलता मायके जैसा माहौल
भले ही ससुराल वाले कितने भी अच्छे क्यों ना हो लेकिन लड़कियों मायके की कमी हमेशा खलती है। मायके में उसे समझे के लिए भाई, बहन, मां-पिता होते हैं लेकिन ससुराल में वह अकेलापन महसूस करती है। माहौल में अचानक आए बदलाव के साथ महिलाओं का स्वभाव भी बदल जाता है और वो धीरे-धीरे चिड़चिड़ी हो जाती हैं।
नहीं मिलता अपनापन
हर लड़की चाहती है कि उसे सुसराल में भी वही प्यार और अपनापन मिले, जो उसे मायके में मिलता था। मगर, जब उनकी उम्मीदें पूरी नहीं होती तो वह धीरे-धीरे गुस्सैल और चिड़चिड़ी होने लगती है। इसके कारण उनका सारा गुस्सा पति पर ही उतरता है।
अधूरे सपनें, अधूरी ख्वाहिशें
भारतीय समाज में लड़कियों के लिए शादी इतना जरूरी है कि उन्हें उनके सपने व ख्वाहिशें भी पूरी नहीं करने दी जाती है। अधूरे सपनें व ख्वाहिशें लेकर जब वो ससुराल जाती हैं तो अंदर ही अंदर घुटती रहती है और धीरे-धीरे उनका स्वभाव चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो जाता है।
जब नहीं मिलती पर्सनल स्पेस
लड़का हो या लड़की, शादी के बाद हर किसी को थोड़ी-बहुत पर्सनल स्पेस चाहिए होती है। जब उन्हें हर छोटी-मोटी चीज की जानकारी ससुराल व पति को देनी पड़ती हैं तो वो इरिटेट हो जाती है।
खुद को बदलना
शादी के बाद उन्हें अपना रहन-सहन, खान-पान और कपड़े पहनने का तरीका तक बदलना पड़ता है। उन्हें हर परिस्थिति में खुद को साबित करना पड़ता है लेकिन कई बार इन सबकी वजह से वह इरिटेट हो जाती हैं।
शादी के बाद स्वाभाव में आए इन बदलावों को महिलाओं भले ही सुसराल वालों के सामने जाहिर ना करें लेकिन वह पति पर अपना गुस्सा जाहिर जरूर करती हैं। ऐसे में पति को चाहिए वो उनकी बातें समझें, ताकि इसका असर उनके रिश्ते पर ना हो।