नारी डेस्क: अरबी खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है। लोग बहुत चाव से इसकी सब्जी का स्वाद लेते हैं। ये हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अरबी की सब्जी एक रूटी वेजिटेबल है यानि इसके जिस हिस्से का सेवन किया जाता है वह इस सब्जी की जड़ है। हालांकि, अरबी के पत्तों का भी सेवन अलग-अलग तरह के पकवान और सब्जियां बनाने में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, की बेशक अरबी खाना हेल्थ के लिए फायदेमंद है लेकिन कुछ लोगों को इसका नुकसान हो सकता है। बात दे की अरबी में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा हो सकती है, जो पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या पैदा कर सकती है। जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है, उन्हें अरबी का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि, अरबी खाने से इन लोगों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं किन लोगो को अरबी की सब्जी से परहेज करने की जरूरत हैं।
किडनी रोग के मरीज
अरबी की सब्जी में ऑक्सालिक एसिड पाया जाता है, जिससे किडनी डैमेज होने का रिस्क बढ़ जाता है। इसीलिए, जिन लोगों को किडनी से जुड़ी समस्याएं हैं उन्हें अरबी नहीं खानी चाहिए। जिन लोगों को किडनी स्टोन या किडनी फेल्योर जैसी समस्याएँ हैं, उन्हें अरबी का सेवन करने से बचना चाहिए। ऑक्सालिक एसिड का अत्यधिक सेवन किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है और स्थिति को गंभीर बना सकता है। यदि आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो अरबी या इसके पत्तों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर उचित सलाह देंगे। किडनी की समस्याओं के लिए, बेहतर होगा कि आप ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जिनमें ऑक्सालिक एसिड की मात्रा कम हो और जो किडनी के लिए सुरक्षित हों।
नोटः यदि आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो अरबी या इसके पत्तों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर उचित सलाह देंगे।
प्रेगनेंट या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं
प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अरबी का सेवन नहीं करना चाहिए। अरबी की सब्जी स्वादिष्ट और पौष्टिक हो सकती है, लेकिन गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताओं के लिए इसका सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। यहां जानें क्यों इन महिलाओं को अरबी से बचना चाहिए और इसके सेवन में क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए। अरबी में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा होती है, जो पेट में एसिड की मात्रा बढ़ा सकती है। इसके कारण गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भवती महिलाएं और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताएं एसिडिटी के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं, जिससे उन्हें असुविधा हो सकती है। गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शरीर कई बदलावों से गुजरता है, और पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है। अरबी का सेवन पेट में भारीपन और असुविधा पैदा कर सकता है, जो इन महिलाओं के लिए विशेष रूप से कठिन हो सकता है।
नोटः गर्भवती या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताओं को अपने आहार में किसी भी बदलाव से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर उपयुक्त सुझाव देंगे। यदि आप अरबी का सेवन करना चाहती हैं, तो इसे संयमित मात्रा में और अच्छे से पकाकर ही सेवन करें। इससे पेट में गैस और एसिडिटी की समस्याओं को कम किया जा सकता है।
कमजोर पाचन तंत्र वाले लोग
अरबी कुछ लोगों के लिए पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो कमजोर या सेंसिटिव डाइजेशन से पीड़ित हैं, अरबी का सेवन करने से पेट में गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गैस और ब्लोटिंग- अरबी के सेवन से पेट में गैस का निर्माण हो सकता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनका पाचन तंत्र संवेदनशील होता है। गैस और ब्लोटिंग से पीड़ित व्यक्ति को खाने के बाद भारीपन और असुविधा का अनुभव हो सकता है।
नोटः अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो अरबी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें।
डायबिटीज के मरीज ना करें सेवन
डायबिटीज के मरीजों के लिए इसे सावधानीपूर्वक सेवन करना जरूरी है। अरबी का सेवन ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। लो ब्लड शुगर का खतरा हो सकता हैं। अरबी में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण होता है। अरबी का सेवन करने से शुगर लेवल बहुत कम हो सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या पैदा हो सकती है।
नोटः यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं और अरबी का सेवन करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें।