आज के दौर में ज्यादातर लोग अपने ओवर वेट की वजह से परेशान हैं। आज का अनहैल्थी लाइफस्टाइल कई बीमारियों को जन्म दे रहा है। ऐसे में सबसे बड़ी बीमारी मोटापा भी है। यह बीमारी पूरी दुनिया में एक महामारी बन गई है। भारत में अनेक लोग मोटापा के शिकार हैं। मोटापा सबसे ज्यादा हार्ट पर प्रभाव डालता है। वजन घटाने के लिए वैसे तो कई अनेक घरेलू उपाय है, लेकिन आज हम आपकों आम के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके बढ़ते वजन को कम करने में काफी मददगार है। आईए जानते हैं इसके बारे में-
बढ़ते वजन को कम ही नहीं इम्युनिटी को भी मजबूत बनाता है आम-
बतां दें कि आम खाने से कभी भी आपका वजन नही बढ़ता , ब्लकि इसे खाने से आपका ओवर वेट कम होता है। आम में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं और साथ ही वजन कम करने में भी मदद करते हैं। आम कैंसर जैसी कई बड़ी बीमारियों से बचाने में भी मददगार है।
फलों का राजा आम गर्मियों के सीजन में मार्केट में मिलता है। आम सिर्फ खाने में केवल स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि बॉडी के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसी बीच आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि वेट कम करने के लिए आपको कैसे आम का सेवन करना चाहिए।
डाइजेशन को ठीक करता है आम
आम केवल वेट लाॅस के लिए ही नहीं बल्कि आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है। आम में कैलोरी कम मात्रा में पाई जाती है। जिससे आपका डाइजेशन ठीक रहता है। ज्यादा फाइबर वाले फूड आपका वेट कम करने में मदद करते हैं। साथ ही आप को दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाता है। आम में विटामिन सी मौजूद होते हैं तो आपके इम्यून सिस्टम के लिए काफी लाभकारी है। आम सिर्फ आपका वेट ही कम नहीं करता बल्कि आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
कैसे करें आम का सेवन -
-फ्रिज में रखें आम के कुछ टुकड़ों को दही में मिलाकर खा सकते हैं।
- आम को फ्रूट सलाद में शामिल कर सकते है।
-आइस्ड टी या नींबू पानी के गिलास में आम का एक टुकड़ा डालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
कब खाएं आम -
आप आम को नाश्ते में, दोपहर खाने के बाद खा सकते हैं। वहीं रात को सोने से पहले या खाना खाने के तुरंत बाद आम खाने से परहेज करें। आम को भोजन करने से 1 घंटे पहले या भोजन के 2 घंटे बाद ही खाना चाहिए।
ये गलती न करें-
आम पहले से ही बेहद मीठा फल है इसलिए इसके साथ चीनी मिलाकर खाने की भूल ना करें। ऐसा करने पर शरीर का शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है साथ ही वजन बढ़ने का भी खतरा बढ़ जाता है।