सोशल मीडिया पर आए दिन नया ट्रेंड देखने को मिलता हैं, जिसमें से कुछ तो मजेदार होते हैं लेकिन कुछ सेहत के लिए खतरा बन जाते हैं। कुछ साल पहले 'ब्लू व्हेल चैलेंज' नाम का ऐसा ही एक खतरनाक खेल शुरू हुआ था, जिसमें दुनियाभर के माता-पिता को परेशानी में डाल दिया था। वहीं अब ऐसा ही एक और खतरनाक चैलेंज का शॉर्ट-वीडियो टिक टॉक (TikTok) पर वायरल हो रहा है। यह चैलेंज भी उतना ही खतरनाक है, जितना कि 'ब्लू व्हेल चैलेंज' था।
'ब्रेकर चैलेंज' (Skullbreaker Challenge) नाम के इस चैलेंज में लोग अपने अपनी वीडियो बनाकर टिक-टॉक पर अपलोड कर रहे हैं। मगर, इस गेम के चक्कर में सिर और हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। यही नहीं, कुछ बच्चे तो इसके कारण जख्मी हो भी चुके हैं। ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता इस गेम के बारे में जान लें और अपने बच्चों को इस नए इंटरनेट वायरल गेम को खेलने से रोकें।
क्या है स्कल ब्रेकर चैलेंज?
इस चैलेंज में 3 लोगों को कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होना पड़ता है। इसके बाद दोनों तरफ के लोग नीचे कूदने से अपने पैरों को लात मारकर बीच वाले व्यक्ति को बाहर करने की कोशिश करते हैं। यह सब एक स्टंट की तरह कूदते हुए किया जाता है।
क्यों खतरनाक है चैलेंज?
रिपोर्ट के मुताबिक, इस चैलेंज के कारण सिर, पीठ और पेल्विक एरिया में गंभीर चोटें आ सकती है। बच्चों को ये सब खेलना और स्टंट करना तो वैसे भी बहुत पसंद है लेकिन उन्हें यी समझाना होगा कि ये जानलेवा भी हो सकता है। इससे सिर में गंभीर चोट आ सकती है, जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। वहीं अचानक गिरने से हड्डियों को चोट और रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्टर भी हो सकता है।
TikTok पर कैसे वायरल हुआ ये गेम?
स्पेन के 2 स्कूली बच्चों ने मजाक के रुप में अपनी वीडियो बनाकर डाली थी लेकिन धीरे-धीरे टिक-टॉक पर यह चैलेंज बनकर वायरल हो गया। अब कई कई यूजर्स प्रैंक को करते हुए अपने वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। खबरें हैं कि कई लोग इस चुनौती को निभाते हुए घायल हो रहे हैं।
पेरेंट्स रहें सतर्क
इंटरनेट पर माता-पिताओं को इस गेम को लेकर चेतावनी दी जा रही है कि वे अपने बच्चों को इससे दूर रखें। फिलहाल यह चैलेंज मुख्य रूप से यूरोप और अमेरिका वायरल हुआ है। अभी तक यह भारतीय टिक टॉक यूजर्स तक नहीं पहुंचा है।
एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट की मानें, तो इस गेम में साधारण चोटों से लेकर गंभीर फ्रैक्चर, कंसीलर, टूटी हड्डियों, लिगामेंट में चोट या सिर की गंभीर चोटें आ सकती हैं। वहीं खबर ये भी है कि कई बड़े बच्चे छोटे बच्चों को धमकाने के लिए चुनौती का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे बच्चों के दिमाग पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में माता-पिता अपने बच्चों पर निगरानी रखें।