पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हालांकि इस सब के बावजूद कुछ निवेशक मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। कुछ इन्वेस्टर्स तो हर दिन करोड़ों की कमाई कर रहे हैं, इनमें दिग्गज महिला निवेशक का नाम भी जुड़ गया है जिन्होंने हर दिन 40 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। इस महिला ने अपनी कंपनी पर भरोसा किया और आज नतीजा सबके सामने है।
भारतीय अरबपति महिलाओं में से एक है रेखा झुनझुनवाला
हम बात कर रहे हैं भारत के वॉरेन बफे कहे जाने वाले इनवेस्टर राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला की। राकेश झुनझुनवाला भले ही इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनकी पत्नी अपने पति की तरह ही कंपनी अपनी को ऊंचाइयों पर लेकर जा रही है। रेखा झुनझुनवाला सबसे नई भारतीय अरबपति महिलाओं में से भी एक हैं। उन्होंने टाटा ग्रुप के स्टॉक में बड़ी पूंजी लगाकर 2 महीने से लगातार हर दिन 40 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
टाइटन ने बढ़ाई अपनी हिस्सेदारी
दरअसल रेखा झुनझुनवाला ने टाइटन में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। 31 मार्च, 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक टाइटन में रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी 5.3 फीसदी हो गई है, जिसकी वैल्यू 5 जून 2023 को 13,434.3 करोड़ रुपए है। दिसंबर, 2022 तक रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी 5.2 फीसदी ही थी। पिछले 2 महीनों के दौरान रेखा झुनझुनवाला ने लगभग 2400 करोड़ रुपयों की कमाई की है, जिसका मतलब यह है कि उन्होंने हर दिन लगभग 40 करोड़ रुपये कमाए हैं।
टाइटन का शेयर हुआ महंगा
पिछले 2 महीने में टाइटन का शेयर 520 रुपए महंगा हो गया है। मार्च में कंपनी के शेयर 2330 के स्तर पर कारोबार कर रहे थे लेकिन आज एक शेयर की कीमत 2857 रुपये है। बता दें कि Titan भी Tata ग्रुप की कंपनियों में से एक है। टाइटन ने जनवरी से मार्च की अवधि में अनुमान के मुताबिक परफॉर्मेंस किया। कोर ज्वैलरी EBIT मार्जिन तो अनुमान से बेहतर रहा।
रेखा झुनझुनवाला को है शेयर्स की अच्छी समझ
अगस्त 2022 में राकेश झुनझुनवाला के निधन के बाद उनके हिस्से के शेयर्स भी रेखा झुनझुनवाला को ट्रान्सफर कर दिए गए थे। कहा जाता है कि मुंबई के मारवाड़ी परिवार में जन्मे राकेश झुनझुनवाला ने 1985 में 5,000 रुपए से स्टॉक मार्केट की दुनिया में कदम रखा था। राकेश झुनझुनवाला के शिखर पर पहुंचने के पीछे उनकी पत्नी रेखा का हाथ था। रेखा झुनझुनवाला को स्टॉक मार्केट में निवेश की गहरी समझ है, उन्हें मालूम है कि निवेश कब और कहां किया जाए।