कपूर खानदान एक ऐसा परिवार है जिसने सिनेमा को पीढ़ी दर पीढ़ी अपनाया। कपूर परिवार से बॉलीवुड को कई एक्टर्स से लेकर डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स तक मिले हैं। तभी तो इस खानदान का नाम बड़े ही सम्मान से लिया जाता है। एक वक्त था जब यह कहा जाता था कि कपूर परिवार की बेटियां या बहुएं फिल्मों में काम नहीं करती हैं, लेकिन करीना और करिश्मा ने बॉलीवुड में अपना नाम कमाकर यह साबित कर दिया कि उनके खानदान में बहू-बेटियों के इंडस्ट्री में कदम रखने पर रोक नहीं हैं। लेकिन इस परिवार में 3 अदाकाराएं ऐसी भी थी जिन्होंने कपूर खानदान की बहू बनने के लिए अपना चमकदार करियर छोड़ दिया।
गीता बाली ने दी कई हिट फिल्में
सबसे पहले बात करते हैं एक्टर शम्मी कपूर की पत्नी गीता बाली की। गीता ने 12 साल की उम्र में ही अपना करियर शुरू कर दिया था। उनकी डेब्यू फिल्म 'बदनामी' 1946 में रिलीज हुई थी । 1950 तक गीता ने इतनी हिट फिल्में दीं कि वो स्टार बन गईं । अपने जेठ राज कपूर के साथ फिल्म 'बावरे नैन' में भी काम किया था। शम्मी और गीता के बीच रंगीत रातें के लोकेशन पर प्यार हुआ। शम्मी कपूर उस समय बड़े सितारे नहीं थे जबकि गीता का बहुत नाम था।
गीता को पसंद नहीं करता था कपूर परिवार
शम्मी उस समय गीता से बहुत प्यार करते थे लेकिन घर वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। काफी कोशिशों के बाद कपूर खानदान इस शादी के लिए राजी हुआ। शाादी के अगले साल दोनों के बेटा हुआ और 5 साल बेटी का जन्म हुआ। दुर्भाग्य से शादी के सिर्फ 10 साल के बाद स्माल पॉक्स की वजह से 1965 में गीता बाली इस दुनिया से चल बसीं। कहा जाता है कि गीता ने कभी अपने फिल्मी करियर को परिवार से बढ़कर महत्व नहीं दिया और कपूर खानदान की प्रथा को निभाया।
बबीता ने की कामयाब फिल्में
मशहूर एक्ट्रेस बबीता शिवदासानी को कौन नहीं जानता। अपने छोटे से फिल्मी सफर में बबीता ने कई बड़े सितारों के साथ कामयाब फिल्में की।जैसे ही बबीता को दुनिया जानने लगी और जब उनकी मेहनत का असर दिखने लगा तभी उन्हें प्यार हो गया। 1971 में रणधीर कपूर और बबीता की मुलाकात फिल्म ‘कल आज और कल’ की शूटिंग के दौरान हुई थी. रणधीर फिल्म की अभिनेत्री बबीता को अपना दिल दे बैठे और उनसे ही शादी करने की ठान ली।
बेटियों के लिए रणधीर से हुई अलग
कहा जाता है कि बबीता से शादी करने के लिए रणधीर ने अपने परिवार से काफी लड़ाई लड़ी थी। दोनों की शादी तो हो गई लेकिन बबीता का करियर काफी पीछे रह गया। बबीता ने तो अपना फिल्मी करियर छोड़ दिया था, लेकिन वो अपनी बेटियों को एक्ट्रेस बनाना चाहती थीं. इस बात के लिए रणधीर कपूर तैयार नहीं थे लेकिन बबीता ने फैसला कर लिया था। बेटियों का करियर बनाने की वजह से बबीता को 19 साल तक रणधीर से अलग रहना पड़ा था।
फिल्म इंडस्ट्री में नीतू कपूर का था बोलबाला
70-80 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री में नीतू कपूर का बोलबाला था। एक्ट्रेस ने साल 1973 में फिल्म रिक्शावाला से अपने करियर का डेब्यू किया था. उस वक्त एक्ट्रेस महज 15-16 साल की थीं. इस फिल्म में ऋषि कपूर के बड़े भाई रणधीर कपूर उनके अपोजिट नजर आए। उसके बाद नीतू ने यादों की बारात, खेल-खेल में, कभी कभी, धरम वीर जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी।
सभी ने नभाई खानदान की परंपरा
जब ऋषि के साथ उन्होंने शादी का फैसला किया तो उनकी उम्र सिर्फ 21 साल की थी नीतू कपूर के सामने 2 चॉइस थी...पहली की या तो वो अपने प्यार को अलविदा कहे या फिर करियर को। उन्होंने प्यार को चुना और छोड़ दिया अपना करियर। वैसे तो नीतू कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपनी मर्जी से करियर छोड़ा था, मगर हम इस बात को झुठला नहीं सकते है कि कपूर खानदान की परंपरा को करिश्मा कपूर और करिना कपूर से पहले तक कि सभी औरतें निभा रही थी।