शादी के बाद ससुराल में आए सभी पहले त्योहार नई बहू के लिए बेहद ही खास होते हैं। बात अगर करवा चौथ की करें तो नई नवेली दुल्हन के लिए काफी स्पेशल माना जाता है। इस दिन पर सभी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हुई निर्जल उपवास रखती है। नई नवेली दुल्हन खासतौर पर सजती- संवरती व 16 श्रृंगार करती है। उसके पति के साथ घर- परिवार के अन्य सदस्य भी उसे स्पेशल फील करवाते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि शादी के बाद का पहला करवा चौथ व्रत एक नई दुल्हन के लिए कैसे खास होता है...
सास करती है तैयारियां
शादी के बाद का पहला करवा चौथ आने पर सास अपनी नई बहू को घर के सभी रीति-रिवाजों के बारे में बताते हुए व्रत रखवाती है। उसे नए कपड़े व गहने उपहार के तौर पर देकर सजाती है। हर सास भी चाहती है कि उसकी बहू ज्यादा सुंदर लगे। ऐसे में वे अपनी बहू के सजने का खास ध्यान रखती है। बहुत- सी महिलाएं इस दिन पार्लर से दुल्हन की तरह तैयार होती है। इसके बाद वह करवा चौथ के व्रत की सुबह सास अपनी बहू को सरगी खिलाती है।
16 श्रृंगार करती है नई दुल्हन
वैसे तो इन दिन पर सभी सुहागिन औरतें खूब सजती- संवरती है। मगर नई दुल्हन खासतौर पर 16 श्रृंगार करती है। इस दिन महिलाएं लाल, मरून आदि डार्क कलर के अलग-अलग स्टाइल के कपड़े पहनती है। बालों को भी अलग से सजाकर उनपर गजरा या स्टाइलिश- सी हेयर एसेसरिज लगाती है। हाथों में चूड़ियां पहनने के साथ पति के नाम की मेंहदी रचाती है।
घर वाले करवाते है स्पेशल फील
खासतौर पर नई दुल्हन को उनके पति करवा चौथ पर कोई स्पेशल गिफ्ट देते हैं। उनके साथ टाइम स्पेंड करते हैं। कुछ पति को अपनी पति के साथ व्रत भी रखते हैं। परिवार वाले भी अपने घर के नए सदस्य को अच्छा महसूस करवाने के लिए उसके मनपसंद की डिशिज बनाते हैं। फिर व्रत के तोड़ने पर सभी परिवार वाले मिलकर डिनर करते हैं। कुछ लोग इस दिन को और भी यादगार बनाने के लिए बाहर घूमने जाना पसंद करते हैं।