
नारी डेस्क: शांतिपूर्ण शहर पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के एक सप्ताह बाद, घाटी में लचीलापन और आशावाद की लहर चल रही है क्योंकि पर्यटक केंद्र शासित प्रदेश में वापस आ रहे हैं। पर्यटकों का कहना है कि यहां अब डर का माहौल नहीं है, सभी खुलकर एंजॉय कर रहे हैं। हालांकि पर्यटक आकर्षणों के बंद होने से वह थोड़े निराश हैं। आतंकी हमले के बाद यहां सब शांत हो गया था। पहलगाम में मौजूद कई लोग श्रीनगर के लिए रवाना होने लगे और वापसी के टिकट का इंतजाम करने लगे।
कोलकाता केएक पर्यटक ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा- "यहां आने से पहले, मैं डर गया था, लेकिन अब यह बहुत अच्छा लग रहा है।" एक अन्य पर्यटक ने कहा, "यहां सुरक्षित महसूस होता है, सुरक्षा भी है। हमें अब तक कोई समस्या नहीं हुई है। कुछ पर्यटक स्थल बंद हैं।" जो कभी 5,000 से 7,000 पर्यटकों के साथ एक चहल-पहल वाला केंद्र था, त्रासदी के बाद यह केवल 50-100 पर्यटकों तक सीमित रह गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में, विदेशी और घरेलू पर्यटकों ने शहर में चहलकदमी की, जिससे क्षेत्र में सामान्य स्थिति और उम्मीद की भावना वापस आई।

क्रोएशियाई और सर्बियाई पर्यटकों को पहलगाम की सड़कों पर पूरी तरह से सहजता से घूमते देखा गया। उन्होंने बिना किसी संकोच के कश्मीर की बेजोड़ सुंदरता और उसके गर्मजोशी भरे लोगों के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की। 'मिनी स्विटजरलैंड' देखने आए अहमदाबाद के एक बच्चे केवल पटेल ने कहा- "मैं कश्मीर, पहलगाम में वाकई बहुत आनंद ले रहा हूं। लोग यहां बेहिचक आ-जा सकते हैं, बिल्कुल भी डर नहीं है, सुरक्षा बहुत कड़ी है। हालांकि, कुछ पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है।" उन्होंने कहा- श्रीनगर में उतरते ही हर जगह सेना की छावनी दिखी। अब हम पहलगाम में हैं और सब कुछ सुरक्षित है। हमले के बाद बहुत से लोग डर गए हैं, इसलिए पर्यटकों की गाड़ियां कम हो गई हैं।"

एक अन्य पर्यटक ने कहा- हम कह रहे हैं कि सभी को आना चाहिए और इसका आनंद लेना चाहिए, यह सही समय है क्योंकि कश्मीर में मौसम भी बहुत सुंदर है। हम पहले ही गुलमर्ग, सोनमर्ग और यहां तक कि कारगिल युद्ध स्मारक भी जा चुके हैं। पहलगाम में हुआ हमला 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में हुए सबसे भयावह आतंकी हमलों में से एक था। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की। सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि आतंकवाद को करारा झटका देना भारत का राष्ट्रीय संकल्प है। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूर्ण विश्वास और भरोसा जताया।