मकर संक्रांति का महापर्व नए साल के पहले महीने यानि जनवरी को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 14 जनवरी दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। इस शुभ दिव को उत्तर भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण भागों समेत अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना व धूमधाम से मनाया जाता है। ज्योतिषशास्त्र अनुसार, इस दिन सूर्य के अपने पुत्र शनिदेव की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। वहीं इस दिन दान करने का भी विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन कुछ चीजों का दान करन से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होता है। इसके साथ ही हर कुंडली दोष से मुक्ति मिलती है।
मकर संक्रांति के शुभ दिन पर दान करने का विशेष महत्व
मकर संक्रांति पर दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन किसी मंदिर में चावल, घी, दही, आटा, गुड़, काला तिल, सफेद तिल, लाल मिर्च, मिश्री, आलू और अपने सामर्थ्य अनुसार दक्षिणा का दान देने से शुभफल की प्राप्ति होती है। जीवन की समस्त समस्याओं का अंत होकर सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होता है। ज्योतिष व वास्तु अनुसार, कुंडली में ग्रहदोषों से मुक्ति पाने के लिए कुछ चीजों का दान देना शुभ माना जाता है।
कुंडली में ग्रहों की मजबूती के लिए मकर संक्रांति पर करें इन चीजों का दान
. सूर्यदोष से मुक्ति पाने के लिए
सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है। ऐसे में उनकी कृपा व सूर्यदोष से मुक्ति पाने के लिए मकर संक्रांति के दिन लाल चन्दन, घी, आटा, गुड़, काली मिर्च आदि का दान करें।
. चंद्रदोष से मुक्ति पाने के लिए
कुंडली में चंद्र की मजबूती के लिए चावल के साथ, कपूर, घी, दूध, दही, सपेद चन्दन आदि सफेद चीजों का दान करें।
. मंगलदोष से मुक्ति पाने के लिए
अगर आपका मंगल कमजोर हैं तो इसकी मजबूती के लिए मकर संक्रांति के शुभ दिन पर गुड़, शहद, लाल चन्दन, मसूर दाल आदि का दान करें।
. बुधदोष से मुक्ति पाने के लिए
बुधदोष से पीड़ित लोग मकर संक्रांति के पावन दिन पर चावल के साथ धनिया, मिश्री, सूखा तुलसी पत्ता, मिठाई, मूंग, शहद आदि का दान जरूर करें।
. बृहस्पतिदोष से मुक्ति पाने के लिए
कुंडली में बृहस्पतिदोष हैं तो इससे मुक्ति पाने के लिए मकर संक्रांति के पर्व पर शहद, हल्दी, दाल, रसदार फल, केला आदि का दान जरूर करें।
. शुक्रदोष से मुक्ति पाने के लिए
शुक्र को सुख-सौभाग्य व वैभव का ग्रह माना जाता है। ऐसे में इस दोष से मुक्ति पाने के लिए मकर संक्रांति के दिन मिश्री, सफेद तिल, जौ, चावल, आलू, इत्र आदि का दान करें।
. शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए
धार्मिक मान्यताओं अनुसार, मकर संक्रांति के महापर्व पर न्याय के देवता शनिदेव अपने पिता भगवान सूर्यदेव को मिलने आते हैं। ऐसे में इस दिन सूर्य देव के साथ शनिदेव की पूजा करने का भी विशेष महत्व है। ऐसे में आप शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए मकर संक्रांति के शुभ पर्व पर काले-सफेद तिल, अदरक, सरसों तेल आदि का दान करें।