कामयाबी के लिए जरुरी होती है लगन, फिर कुछ भी पाना आसान हो जाता है। कंकरखेड़ा के श्रद्धापुरी फेस-2 निवासी सिंगल मदर पूनम चौधरी ने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए यूपीपीसीएस (UP PCS 2021) की परीक्षा दी और इसमें सफलता भी हासिल की है। यह ऐसी मां है जिसने यूपीपीसीएस की परीक्षा में दूसरी रैंक लाकर अपनी बेटी रुशाली का नाम रोश्न कर दिया है। पहले वो राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षिका थीं लेकिन अब वो वहां पर प्रिसिंपल का पद संभालेंगी। लेकिन पूनम का सफर इतना आसान नहीं था।
हालात से मजबूर होकर पति से हुई अलग
पूनम बुलंदशहर के लक्ष्मी नगर की निवासी है। शादी के बाद से ही हालात ऐसे बने कि उन्होनें पति से अलग होने का निर्णय लेना पड़ा। इसके बाद उन्होंने खुद से कुछ बनने की ठान ली। बेटी छोटी थी लेकिन उन्होंने उसकी परवरिश के साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी। 2012 में वह सरधना के महादेव राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षिका बन गई। वहीं 2019 से 2021 तक मेरठ के जीआईसी इंटर कॉलेज में शिक्षिका रहीं। बेटी की पढ़ाई के साथ कोचिंग करके खुद की पढ़ाई करना बेहद मुश्किल भरा रहा। बीमार हो गईं, जिसके बाद दो साल उनको कोचिंग छोड़नी पड़ी।
सफलता का श्रेय पिता और बेटी को
पूनम चौधरी ने अपनी इस सफलता का श्रेय पिता बुद्धि सिंह, बेटी रुशाली चौधरी साहित अपने पुरे परिवार को दिया है। आपको बता दें की पूनम के बेटी रुशाली अपने दसवीं के बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रही है और इसी बीच मां पूनम ने यूपीपीसीएस की परीक्षा में दूसरा रैंक लाकर बेटी के सामने मिसाल पेश की है।