छोटे बच्चे अक्सर मुंह में अंगूठा डालकर चूसते या चबाते है। बचपन में तो बच्चों की यह आदत क्यूट लगती है लेकिन बढ़ती उम्र में यह परेशानी का सबब बन जाती है। यह लत इतनी बुरी बन जाती है कि मौका मिलते ही अंगूठा मुंह में चला जाता है। अंगूठा चूसने की लत बच्चे में प्राकृतिक रूप से आती है। कभी यह बच्चे की भूख का संकेत होती है तो कभी ऐसा करने में आराम महसूस होता है। अंगूठा चूसने से एंडोफिन्स नाम के द्रव्य का निर्माण होता है, जिससे शिशु का दिमाग शांत हो जाता है और उसे जल्द नींद आ जाती है लेकिन ऐसे में मां-बाप की चिंता जायज है क्योंकि अंगूठा चूसने के कारण ऊपरी दांत की हड्डी बाहर की ओर आ जाती है। जुबान को बार-बार बाहर धकेलने की वजह से बच्चे के दांत भी टेढ़े हो जाते हैं।इसके अलावा हाथों की गंदी बच्चों के पेट में चली जाती है, जिससे उन्हें कई सेहत संबंधी प्रॉबल्म होने का खतरा बना रहता है। अगर आप भी बच्चे की इस आदत को छुड़वाना चाहते है तो ये टिप्स बनाएं।
1. जब बच्चा अंगूठा चूसे तो उसे सचेत करने या मारने के बजाए उसका ध्यान हटाकर खिलौनों और किसी काम की तरफ लगाएं। इससे बच्चे का ध्यान भटकेगा और यह लत कम होती जाएगी।
2. मार्कीट बहुत सारी चीजें आती हैं, जिसे बच्चे के अंगूठे पर लगा कर इसे अंगूठा चूसने से हटाया जा सकता है। इसके अलावा बच्चों को कैंडी की आदत डालें। नहीं तो निपल एक अच्छा उपाय है।
3. इल लत को जड़ से खत्म करने के लिए बच्चे के दूध पीने के अंतराल को कम करने के साथ ही उसे व्यस्त रखें।
4. अंगूठा चूसने वाले बच्चे को बार-बार डांटे या मारे नहीं क्योंकि इससे बच्चे को तनाव होगा और वह ज्यादा अंगूठा चूसेगा़ इसलिए उसे प्यार से ही समझाएं।
5. नीम या सरसों का तेल अंगूठे पर लगा दें। जब बच्चे को अंगूठा कड़वा लगेगा तो वह खुद ही अंगूठा चूसना बंद कर देगा।
6. अंगूठे पर नींबू का रस लगा दें, जिससे बच्चे को अंगूठा खट्टा लगेगा और चूसना बंद कर देगा।
7. बच्चों को बार-बार खाने की चीज़े दें जैसे- फल, तरबूज का रस, गाय का दूध आदि। इससे उसका पेट भरा रहेगा और वह अंगूठा मुंह में नहीं जाएगा।