देश भर में कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक शुरू हो गई है। आपको बता दें कि तकरीबन 50 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है लेकिन वैक्सीन के प्रति लोगों का विश्वास कम देखने को मिल रहा है। हालांकि इस वायरस को अभी एक साल से ज्यादा हो चला है लेकिन अभी भी इस वैक्सीन से लोगों को राहत नहीं मिल पाई है। इसे लेकर बहुत सारी स्टडी भी सामने आई आ चुकी है। अभी तक जितने भी अध्ययन सामने आ चुके हैं उनमें एक ही बात कही जा रही थी कि इससे 60 साल से अधिक लोगों को ज्यादा खतरा है लेकिन हाल ही में इस वैक्सीन को लेकर एक और स्टडी सामने आई है।
इस उम्र के लोग तेजी से फैलाते हैं वायरस
हाल ही में हुई एक स्टडी की मानें तो 20-49 वर्ष के लोग ज्यादा तेजी से कोरोना वायरस फैलाते हैं। जी हां हाल ही में एक स्टडी में यह बात सामने आई है। स्टडी की मानें तो कोरोना में दी गई छूट में जब लोग घरों के बाहर निकलना शुरू हुए तो उन्होंने किस तरह कोरोना को फैलाए। इसी पर आधारित एक रिसर्च के मुताबिक यह पाया गया कि जब अमेरिका में थोड़ी ढील दी गई तो 20-49 के उम्र के लोग 72.2 प्रतिशत की दर से वायरस को फैलाते हैं।
स्टडी की कुछ प्रमुख बातें
. 20 से लेकर 49 साल की उम्र के लोग फैलाते हैं सबसे अधिक कोरोना
. 34 वर्ष तक के लोगों में संक्रमण की दर 34 फीसदी पाई गई
. वहीं 35 से 49 साल वाले लोगों में यह आंकड़ा रहा 38.2 फीसदी
बच्चों और टीनएजर्स पर क्या कहती है स्टडी?
वहीं इस स्टडी की मानें तो बच्चे और टीनएजर्स कोरोना को कम फैलाते हैं। ऐसे में उनसे बचाव रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
टीकाकरण है जरूरी
इस पर एक्सपर्ट की मानें तो जैसा कि इस स्टडी में यह बात सामने आई है कि वायरस को सबसे अधिक 20-49 वर्ष के लोग फैलाते हैं ऐसे में लोगों को टीकाकरण को ज्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि टीकाकरण के साथ ही इस वायरस पर जीत पाई सकती है।
टीके से दूर भाग रहे लोग
हालांकि यह भी देखा जा रहा है कि लोग टीके से दूर भाग रहे हैं। खबरों की मानें तो इस टीके को हेल्थ वर्कस भी लगवाने से कतरा रहे हैं ऐसे में लोगों को वैक्सीन से भागने की बजाए उसे लगवाना चाहिए न कि उससे मुंह फेरना चाहिए।