कोरोना वायरस का संक्रमण सीधे फेफड़ों पर असर करता है, ये तो कई अध्ययनों में साबित हो चुका है। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि सांस लेने में तकलीफ से पीड़ित कोविड रोगियों में फेफड़े की असामान्यताएं पाई गई हैं। यह भी कहा गया है कि कोरोना वायरस फेफड़ों के लिए ऐसी क्षति का कारण बन सकता है जिसका पता नियमित परीक्षणों से नहीं चलता है।
अध्ययन में 36 रोगियों को किया गया शामिल
अध्ययन में ऐसे लोगों को शामिल किया जो सांस लेने में तकलीफ से पीड़ित हैं लेकिन अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं। सांस लेने में तकलीफ कोविड रोगियों में एक लक्षण है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह अन्य कारकों से जुड़ा है जैसे कि सांस लेने संबंधी पैटर्न में बदलाव, थकान, या कोई और वजह। अध्ययन में 36 रोगियों को शामिल किया गया। अनुसंधान टीम के मुख्य अनुसंधानकर्ता एवं ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में रेडियोलॉजी के प्रोफेसर फर्गस ग्लीसन के निर्देशन में हुए इस अध्ययन में पता चला कि कोरोना वायरस फेफड़ों की ऐसी क्षति का कारण बन सकता है जिसका पता नियमित परीक्षणों से नहीं लगाया जा सकता।
ऐसे रखें फेफड़ों का ध्यान
-अपने खाने में मिर्च और मसालों का सेवन कम करें।
-रोजाना योग करने और भाप लेने से भी फेफड़ों को सेहतमंद रखा जा सकता है।
-तंबाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट पीने से फेफड़े हो सकते हैं खराब।
-इंडोर और आउटडोर दोनों ही तरह के प्रदूषण से बचने की कोशिश करें।
-विटामिन सी से भरपूर आहार लें।
-फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
-गहरी सांस लेने वाले अभ्यास करने से फेफड़ों को साफ करने में मदद मिलती है।