प्रेग्नेंसी पीरियड किसी भी महिला के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इसके अलावा प्रेग्नेंसी पीरियड्स में महिलाओं को अपने खान-पान का भी ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि वह जो भी खाती है उसका असर सीधा बच्चे पर पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स की भी जरुरत होती है। वैसे तो पालक पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी मानी जाती है इसमें कैल्शियम, फोलिक एसिड जैसे कई सारे विटामिन्स होते हैं लेकिन क्या इसका सेवन प्रेग्नेंसी में करना चाहिए? तो चलिए इस आर्टिकल के जरिए आपको बताते हैं कि प्रेग्नेंसी में कब पालक खानी चाहिए और कब नहीं...
प्रेग्नेंसी की दूसरी तीसरी तिमाही में नहीं खानी चाहिए पालक
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो प्रेग्नेंसी के कुछ खास समय में पालक का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है। दूसरी और तीसरे तिमाही में पालक का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए। इस समय पालक खानेसे किडनी में पथरी होने का रिस्क बढ़ जाता है। इसके अलावा यदि कोई महिला पालक खाती है तो उसे पालक खाने के साथ-साथ भरपूर मात्रा में पानी भी पीना चाहिए। तीसरी तिमाही में पालक का ज्यादा सेवन करने से कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा कुछ महिलाओं को पालक खाने के कारण सीने में जलन, एसिडिटी और गैस की परेशानी भी होने लगती है।
डिलीवरी से जुड़ी दिक्कतों का करना पड़ सकता है सामना
पालक में सैलिसिलेट नाम का तत्व पाया जाता है ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला तीसरी तिमाही में इसका सेवन करती है तो उसे डिलीवरी से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा आखिरी तिमाही में भी पालक का सेवन करने से होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य को भी नुकसान हो सकता है। इसमकें कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जिससे बार-बार पेशाब जाने की जरुरत महसूस होने लगती है। पालक ड्यूरेटिक फूड की लिस्ट में आती है ऐसे में बार-बार यूरिन आने के कारण प्रेग्नेंट महिला को इसके सेवन के कारण समस्या हो सकती है।
इतनी मात्रा रहेगी फायेमंद
पालक में फोलिक एसिड काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है और प्रेग्नेंसी में बच्चे के विकास के लिए यह काफी जरुरी भी होता है इसलिए प्रेग्नेंट महिला पहली तिमाही में पालक खा सकती हैं। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में यदि आप एक मात्रा में इसका सेवन करती हैं तो आपके शरीर को नुकसान नहीं होगा। पहली तिमाही में प्रेग्नेंट महिलाओं को एक दिन में 1/2 कप से ज्यादा पालक नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा आप पालक का सूप बनाकर भी पी सकती हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि 1/2 कप से ज्यादा मात्रा में पालक न खाएं। एक दिन छोड़कर ही पालक का सेवन करें।