महिलाओं को होने वाले मासिक धर्म को लेकर एक महिला ने अनूठे पहली की शुरूआत की हैं। दरअसल, श्रीनगर की एक महिला ने पब्लिक टॉयलेट्स में महिलाओं को मुफ़्त में सैनिटरी नैपकिन देने का ज़िम्मा उठाया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इरफ़ाना ज़रगार नामक की ये महिला श्रीनगर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के साथ काम करती हैं, ऐसे में महावारी के दौरान महिलाओं की सेहत को लेकर इस महिला ने जागरूकता फैलाने के लिए यह कदम उठाया है।
'श्रीनगर की पैडवुमन' है इरफ़ाना ज़रगार
श्रीनगर के नौशेरा की इरफ़ाना ज़रगार ने 2013 में अपने पिता को खो दिया था जिसके बाद पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए इरफ़ाना ने ये अनोखी पहल शुरू की।
मेरे पिता मेरे लिए बाज़ार से सैनिटरी पैड्स लाते थे
इस पर इरफ़ाना का कहना है कि मेरे पिता मेरे लिए बाज़ार से सैनिटरी पैड्स लाते थे, उनकी मौत के बाद मैंने कुछ समय तक कपड़े का इस्तेमाल किया और फिर सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल शुरू किया। मुझे पता है कि कई महिलाएं सैनिटरी पैड नहीं ख़रीद सकती, इसलिए मैंने अपनी बचत से महिलाओं को सैनिटरी पैड और अन्य चीज़ें बांटने का निर्णय लिया।
इरफ़ाना ने बताया कि उनकी नौकरी की वजह से उन्हें सैनिटरी किट ख़रीदने में मदद मिलती है। वो अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा सैनिटरी पैड और अन्य चीज़ें ख़रीदने में लगाती हैं। उनका कहना है कि मैं ऑफ़िस के बाद, रविवार को और छुट्टियों के दिन सोशल वर्क करती हूं, मैं टोकरियों में सामान रख कर उन्हें पबल्कि टॉयलेट्स में हैंग कर देती हूं।
महिलाओं की ज़िन्दगी आसान करने के लिए इरफ़ाना हर संभव प्रयास करती हैं
बता दें कि सैनिटरी किट बनाने में और ज़रूरतमंद महिलाओं की मदद करने के लिए इरफ़ाना लगभग 5000 रुपये ख़र्च करती हैं. महिलाओं की ज़िन्दगी ज़रा आसान करने के लिए इरफ़ाना हर संभव प्रयास करने की कोशिश करती हैं। कशमीर मसले पर उन्होंने कहा कि बातचीत ज़रूरी हैं, लड़ाइयां तो चलती रहेंगी, बस प्यार कायम रहे।