05 DECFRIDAY2025 7:33:31 PM
Nari

क्या आप भी नहीं बन पा रही मां? जानिए  फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी परेशानियां और क्या कहते हैं एक्सपर्ट

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 21 Aug, 2025 11:45 AM
क्या आप भी नहीं बन पा रही मां? जानिए  फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी परेशानियां और क्या कहते हैं एक्सपर्ट

नारी डेस्क: महिलाओं में गर्भधारण की प्रक्रिया बहुत ही संवेदनशील और जटिल होती है। इसमें फैलोपियन ट्यूब का बहुत अहम रोल होता है। ये ट्यूब अंडाशय (Ovary) से निकलने वाले अंडाणु (Egg) को गर्भाशय (Uterus) तक पहुंचाने का काम करती हैं, और यहीं पर शुक्राणु (Sperm) के साथ मिलकर गर्भाधान (Fertilization) होता है। लेकिन अगर किसी कारणवश महिला की फैलोपियन ट्यूब नहीं होती (या डैमेज हो गई हो), तो कई तरह की प्रजनन संबंधी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं।

फैलोपियन ट्यूब न होने पर क्या हो सकता है असर?

गर्भधारण में कठिनाई

गुरुग्राम के CIFR (Centre for IVF and Fertility Research) की विशेषज्ञ  बताते हैं कि अगर महिला की दोनों फैलोपियन ट्यूब हटा दी गई हों या काम नहीं कर रही हों, तो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण कर पाना लगभग नामुमकिन हो जाता है। क्योंकि अंडाणु और शुक्राणु का मिलन इन्हीं ट्यूब्स में होता है।

PunjabKesari

एग और स्पर्म का मिलन नहीं हो पाता

अगर ट्यूब्स नहीं हैं, तो अंडाणु और शुक्राणु एक-दूसरे से मुलाकात नहीं कर पाते, यानी फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया ही नहीं हो पाती। इसका मतलब, बिना किसी मेडिकल सहायता के महिला मां नहीं बन सकती।

ये भी पढ़ें: ICU में इस्तेमाल होने वाली नली (कैथेटर) बन रही जानलेवा, AIIMS की स्टडी में बड़ा खुलासा

गर्भस्थापन (Implantation) में परेशानी

मान लीजिए किसी तरह से फर्टिलाइजेशन हो भी गया (जैसे IVF के ज़रिए), फिर भी गर्भाशय में भ्रूण का सफलतापूर्वक स्थापित (Implant) होना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। क्योंकि ट्यूब्स न केवल अंडाणु को ट्रांसपोर्ट करती हैं, बल्कि गर्भाशय के अंदर उपयुक्त वातावरण बनाने में भी मदद करती हैं।

PunjabKesari

 एक्टोपिक प्रेगनेंसी (Ectopic Pregnancy) का खतरा

अगर महिला की ट्यूब्स आंशिक रूप से डैमेज हैं, तो कभी-कभी अंडाणु वहीं पर फर्टिलाइज हो जाता है और गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाता। इसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहते हैं, जो एक बहुत ही खतरनाक स्थिति हो सकती है। यह जानलेवा भी हो सकती है और इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है।

  क्या यह स्थिति हमेशा निराशाजनक है?

बिलकुल नहीं। आधुनिक मेडिकल तकनीक जैसे IVF (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) और अन्य सहायक प्रजनन तकनीकें (ART) अब इस स्थिति में महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण हैं। डॉक्टर लैब में अंडाणु और शुक्राणु का मिलन कर भ्रूण बनाते हैं, जिसे फिर गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। इससे महिला बिना फैलोपियन ट्यूब के भी मां बन सकती है।

फैलोपियन ट्यूब्स न होने की स्थिति महिला के लिए गर्भधारण में बड़ी चुनौती जरूर बन सकती है, लेकिन यह कोई असंभव स्थिति नहीं है। समय पर जांच, सही इलाज और विशेषज्ञ डॉक्टर की मदद से महिलाएं मातृत्व का सुख पा सकती हैं।

अगर आपकी फैलोपियन ट्यूब्स से जुड़ी कोई सर्जरी हुई है, या आपको लंबे समय से गर्भधारण में दिक्कत हो रही है, तो तुरंत किसी अच्छे गायनैकॉलजिस्ट या IVF एक्सपर्ट से सलाह लें।  

Related News