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आंखें भर आएंगी: बेटी के शव को कंधे पर उठाए श्मशान घाट लेकर पहुंचा बेबस पिता, लोग देखते रहे तमाशा

  • Edited By Bhawna sharma,
  • Updated: 17 May, 2021 11:12 AM
आंखें भर आएंगी: बेटी के शव को कंधे पर उठाए श्मशान घाट लेकर पहुंचा बेबस पिता, लोग देखते रहे तमाशा

कोरोना संकट की दूसरी लहर के आने से आए दिन दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिसनें इंसानों के यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर ऐसी क्या गलती होगई जिसकी भगवान इतनी बड़ी सजा दे रहा है। एक ऐसी ही दिल दहला देने वाला मामला जालंधर के रामनगर से सामने आया जहां एक पिता अपनी 11 साल की बेटी के शव को कंधे पर उठाकर शमशान घाट ले जा रहा था। 

कोरोना संक्रमित थी बेटी

मिली जानकारी के मुताबिक दिलीप कुमार नाम का ये शख्स उड़ीसा का रहने वाला है लेकिन फिलहाल अपनी दो बेटियों और एक बेटे के साथ जालंधर के रामनगर में रह रहा है। दिलीप कुमार की बेटी सोनू कुछ समय पहले बीमार हो गई थी। जालंधर के सरकारी अस्पताल में इलाज के बाद उसे अमृतसर के एक अस्पताल ले में रेफर किया गया। जहां वह कोरोना संक्रमित पाई गई लेकिन इलाज के दौरान उनकी बेटी की मौत हो गई। 

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बेटी के शव को कंधा देने से लोगों ने किया मना

पिता बेटी के शव को घर लेकर आया और अंतिम संस्कार करने की तैयारियां शुरू करने लगा लेकिन इलाके के लोगों ने उनकी बेटी को कंधा देने से मना कर दिया। जिसके बाद एक मजबूर पिता को अपनी बेटी के शव को कंधे पर उठाकर खुद ही श्मशान घाट उसका अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा। शख्स के पीछे एक बच्चा भी चल रहा था जो शव को पर पड़े कपड़े को ऊपर कर रहा था। ऐसे में कोई भी बुजुर्ग पिता की मदद के लिए आगे नहीं आया। लोग दूर खड़े बस तमाशा देख रहे थे। 

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प्रशासन के प्रबंधों की खुली पोल

सोशल मीडिया पर तेजी से बेटी को कंधे पर उठाए ले जाते पिता की तस्वीर वायरल हो रही है जो सच में इंसानियत को शर्मसार कर रही है। यह तस्वीर प्रशासन के प्रबंधों की पोल खोल रही है। कोरोना संकट में बेशक प्रशासन ने बेहद सख्ती कर रखी है लेकिन अगर किसी की कोरोना के चलते मौत होती है तो उसके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी प्रशासन खुद निभाता है।

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