16 साल बाद जब केरल के मधुसूदन मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस में अपनी शादी का प्रमाणपत्र लेने गए तो उन्हें, पत्र मिलने की जगह दोबारा शादी करने को कहा गया। सोशल मीडिया पर अपनी इस बात को शेयर करते हुए मधुसूदन ने बतायाल बाद जब केरल के मधुसूदन मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस में अपनी शादी का प्रमाणपत्र लेने गए तो उन्हें, पत्र मिलने की जगह दोबारा शादी करने को कहा गया। सोशल मीडिया पर अपनी इस बात को शेयर करते हुए मधुसूदन ने बताया कि उन्हें अपनी शादी का प्रमाणपत्र चाहिए था, तो वह रजिस्टॉर ऑफिस गए। वहां पर कर्मचारियों ने सर्टीफिकेट देने से मना कर दिया। साथ ही मजाक उड़ाते हुए कहा कि आप दोबारा शादी करो, तभी सर्टिफिकेट मिलेगा। सोशल मीडिया से यह बात राज्य के पंजीकरण मंत्री जी सुधाकरन तक पहुंची। उसके बाद उन्होंने बुरा व्यवहार करने वाले कर्मचारियों को निलंबित क दिया।
फेसबुक पर मंत्री ने दी जानकारी
मंत्री जी ने बताया कि 'सोशल मीडिया के जरिए पीड़ित मधुसूदन की शिकायत मिली थी। जिसके बाद कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।' मधुसूदन ने 27 फरवरी, 2003 को विशेष विवाह अधिनियम के प्रावधानों के तहत शादी की थी। उसके बाद 19 जून को अपने प्रमाणपत्र की जरूरत थी। उन्होंने अपने विवाह के सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था।’
कर्मचारियों ने की थी लापरवाही
कर्माचारियों ने दोबारा शादी करने के लिए इसलिए कहा ताकि उन्हें पुराना प्रमाण पत्र न खोजना पड़े। दोबारा शादी करने पर वह दोबारा पत्र जल्दी दे देगें। इसके बाद भी उन्हें तुंरत प्रमाणपत्र न देकर तीन दिन तक इंजकार करवाया गया।
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