बदलते समय के साथ एक-दूसरे की बात सुनने की सहनशक्ति भी कम होती जा रही है। ऐसे में पार्टनर की छोटी-सी बात भी कई बार बड़े झगड़े का रूप ले लेती है। अगर आप भी छोटी-सी बात पर बेकाबू होने लगे हैं तो यहां बताई कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप इस समस्या पर काबू पा सकते हैं।
बात करना बंद न करें
वैसे तो पति-पत्नी में झगड़ा आम बात है। पहली कोशिश तो यही करनी चाहिए कि झगड़े से बचा जाए। यदि झगड़ा हो जाए तो एक-दूसके से बात करना बंद न करें। झगड़े के दौरान चुप होना अच्छी बात है लेकिन जब सब शांत हो जाए, तब एक-दूसरे से बात करना बंद न करें। बल्कि बात करने की पहल खुद करें। इससे बात ज्यादा नहीं बढ़ेगी।
बहस से बचें
पार्टनर से बात करते हुए आपको लगे कि बात बहस की और जा रही है, तो खुद बात न करके बात सुनना शुरू कर दें। जब पार्टनर की बात खत्म हो जाए, तो उन्हें प्यार से बात समझा सकती हैं। यह भी कर सकती हैं कि आप बात का टॉपिक बदल दें। जितना हो सके बहस से बचने की कोशिश करें।
रिश्तेदारों को बीच में न लाएं
यदि पार्टनर से झगड़ा हो जाए तो उस समय या बाद में झगड़ा सुलझाने के लिए परिवार या रिश्तेदारों को बीच में न लाएं। बात अपने में ही रहने दें। किसी दूसरे के बीच में आने से बात और बढ़ सकती है। कोशिश करें, जब सब शांत हो जाए, तब खुद ही एक-दूसरे से प्यार से बात करें।
शक से दूर रहें
पति-पत्नी के बीच झगड़े की मुख्य वजह ज्यादातर शक होता है। यह किसी बात को लेकर भी हो सकता है। शक के बजाय एक-दूसरे पर भरोसा बढ़ाने का प्रयास करें। हैल्दी रिलेशनशिप आपसी विश्वास पर ही टिकता है। इसलिए किसी बात का शक हो तो पार्टनर से सीधे बात करें।
न बनने दें झगड़े की परिस्थितियां
पार्टनर से बात करते हुए जब भी लगे कि परिस्थियां झगड़े की और बढ़ रही हैं, वहां से हटने की कोशिश करें। खुद को किसी और काम में व्यस्त कर लें और मन को शांत रखें। प्रयास यही करें कि झगड़े की परिस्थियां पैदा ही न हों।