
नारी डेस्क: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में देर रात बादल फटने की घटना सामने आई। पानी के तेज बहाव में दुकानें बह गईं और दो लोग लापता हो गए। देर रात आए इस संकट को देख स्थानीय लोग सहम गए । जिला प्रशासन ने आस-पास के लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था।
बताया जा रहा है कि प्रशासन की तत्परता से बड़ी अनहोनी टल गई और समय रहते स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। देहरादून में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तमसा नदी उफान पर है और टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया है। लोगों को नदियों के पास ना जाने की सलाह दी जा रही है।

मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी कहते हैं- "सुबह 5 बजे से ही नदी में तेज़ बहाव शुरू हो गया था, पूरा मंदिर परिसर जलमग्न हो गया था... ऐसी स्थिति बहुत लंबे समय से नहीं आई थी... कई जगहों पर नुकसान हुआ है... मंदिर का गर्भगृह सुरक्षित है... अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है..."।
बताया जा रहा है कि टपकेश्वर महादेव शिवलिंग परिसर में 1-2 फीट मलबा जमा हो गया है और मंदिर परिसर में काफी नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन आपदा के मद्देनजर अलर्ट मोड में है। भारी बारिश को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।