
नारी डेस्क: देशभर में बृहस्पतिवार को क्रिसमस का त्यौहार पारंपरिक श्रद्धा, उल्लास और भक्ति के साथ मनाया गया। विभिन्न राज्यों में आधी रात की विशेष प्रार्थना सभाओं (मिडनाइट मास) के साथ जश्न की शुरुआत हुई, जहां गिरजाघरों को रंग-बिरंगी रोशनी और झांकियों से सजाया गया। श्रद्धालुओं ने गिरजाघरों में जाकर शांति, समृद्धि और भाईचारे की कामना की।

केरल में बृहस्पतिवार को हर्षोल्लास और प्रार्थनाओं के साथ क्रिसमस मनाया गया, जहां राज्य भर के गिरजाघरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए। कोच्चि के कक्कानद में सिरो-मालाबार चर्च के प्रमुख राफेल थट्टिल ने प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन लोगों को मसीह की ओर मुड़कर शक्ति प्राप्त करनी चाहिए क्योंकि विश्वास ही कठिन परिस्थितियों से ऊपर उठने का साहस देता है। म

तटीय राज्य गोवा में बृहस्पतिवार को आधी रात की विशेष प्रार्थना सभाओं (मिडनाइट मास) के साथ क्रिसमस का त्यौहार उल्लास के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर राज्य के शहर, बाज़ार और घर रोशनी एवं सजावट से जगमगा उठे। लगभग 30 प्रतिशत ईसाई आबादी वाले इस राज्य में हजारों श्रद्धालुओं ने गिरजाघरों में एकत्र होकर प्रार्थना की और ‘कैरोल' (भक्ति गीत) गाए। लोगों ने अपने घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में प्रभु यीशु के जन्म को दर्शाने वाली सुंदर झांकियां (क्रिब्स) सजाईं।

इस दौरान बड़ी संख्या में पर्यटकों ने भी सड़कों और समुद्र तटों पर स्थानीय लोगों के साथ जश्न में हिस्सा लिया। झारखंड में बृहस्पतिवार को गिरजाघरों में आधी रात की विशेष प्रार्थना सभाओं के साथ क्रिसमस मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। राज्य के गिरजाघरों को रंग-बिरंगी लाइट और कलाकृतियों से सजाया गया था, जहां कैरोल और भजनों के साथ उत्सव मनाया गया। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने इस उत्सव को प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक बताया।

मेघालय में बृहस्पतिवार को गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाओं और सड़कों पर कैरोल जुलूसों के साथ क्रिसमस मनाया गया। इस अवसर पर शिलांग की सड़कें रोशनी और सजावट से चमक उठीं, जिससे पूरे शहर में त्यौहार का माहौल नजर आया। इस मौके पर ईसाई धर्मगुरुओं ने लोगों से प्रभु यीशु के आशा, शांति और प्रेम के संदेश को याद करने की बात कही। कैथोलिक कैथेड्रल में 'मिडनाइट मास' के दौरान बिशप विक्टर ने कहा कि ईसा मसीह का जन्म अंधेरे पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। शहर में जगह-जगह की गई सजावट और ख्य्न्दैलाद जंक्शन पर लगा विशाल क्रिसमस ट्री पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण रहा।
दिल्ली और मुंबई से आए पर्यटकों ने यहां के उत्सव की सादगी और खूबसूरती की सराहना की। तमिलनाडु में क्रिसमस का त्यौहार पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। चेन्नई के ऐतिहासिक सैंथोम बेसिलिका और सेंट थॉमस माउंट चर्च में मध्यरात्रि की प्रार्थना सभाओं में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। मद्रास-मायलापुर के आर्कबिशप रेव जॉर्ज एंटोनीसामी ने युद्ध, धार्मिक भेदभाव और सामाजिक बहिष्कार को समाप्त करने की बात कही।