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पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे होते हैं बेहद भाग्यशाली

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 21 Sep, 2024 06:25 PM
पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे होते हैं बेहद भाग्यशाली

नारी डेस्क: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है जो भाद्रपद माह की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलता है। इस दौरान श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान करते हैं। लेकिन इस अवधि में जन्मे बच्चों का भविष्य किस तरह का होता है। आइए जानते हैं एस्ट्रोलॉजर नरेश कुमार जी से।

पितृ पक्ष का मतलब है अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट करना। इस समय किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है लेकिन इसे जन्मे बच्चों के भाग्य को लेकर कई सकारात्मक मान्यताए हैं।

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पितृ पक्ष में जन्मे बच्चों का भविष्य

विशेष कृपा

ज्योतिष के अनुसार, पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे अपने कुल के पूर्वज माने जाते हैं। इन्हें पितरों की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे इनका भविष्य बहुत उज्जवल होता है। माना जाता है कि ऐसे बच्चे अपने परिवार के उत्थान का काम करते हैं और परिवार के सदस्यों को महत्वपूर्ण मानते हैं।

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बुद्धिमत्ता और समझदारी

पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे कम उम्र में ही समझदार और ज्ञानी हो जाते हैं। इनकी बुद्धिमत्ता और क्षमता उन्हें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नाम और यश दिलाने में मदद करती है। ऐसे बच्चे अपनी उम्र के मुकाबले ज्यादा परिपक्व होते हैं और हमेशा अपने परिवार के प्रति समर्पित रहते हैं।

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चंद्रमा की स्थिति

हालांकि, पितृ पक्ष के दौरान जन्मे कुछ बच्चों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो सकता है। चंद्रमा की कमजोरी तनाव और अवसाद का कारण बन सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि चंद्रमा को मजबूत करने के लिए ज्योतिषीय उपाय किए जाएं, जैसे कि चाँद से संबंधित मंत्रों का जाप या चाँदी के ताबीज का उपयोग।

पितृ पक्ष में जन्मे बच्चों की कुंडली 

पितृ पक्ष, हिंदू धर्म में पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने का समय है। इस दौरान जन्मे बच्चों को अपने पूर्वजों की कृपा का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो उन्हें विशेष क्षमताए और समझ प्रदान करता है। यह माना जाता है कि ये बच्चे अपने कुल के पूर्वजों की आत्माएँ होती हैं, जो उन्हें परिवार के उत्थान में मदद करती हैं।

कमजोर चंद्रमा के प्रभाव

यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, तो इसका असर तनाव, अवसाद, और भावनात्मक असंतुलन के रूप में देखा जा सकता है। यह बच्चे के जीवन में चुनौतियाँ पैदा कर सकता है, जैसे आत्म-सम्मान की कमी या सामाजिक समर्पण में समस्या।

 धन-मान-सम्मान

इन बच्चों का भविष्य धन-दौलत से परिपूर्ण होता है। चाहे वे किसी भी क्षेत्र में जाएं, उन्हें मान-सम्मान मिलता है। पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे अपने मेहनत और लगन के बल पर समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान बना लेते हैं।

पितृ पक्ष में जन्मे बच्चे विशेष भाग्यशाली होते हैं। इन्हें अपने पूर्वजों की कृपा प्राप्त होती है, जिससे उनका भविष्य उज्जवल होता है। हालांकि, अगर चंद्रमा की स्थिति कमजोर हो, तो कुछ ज्योतिषीय उपाय करना फायदेमंद हो सकता है। ऐसे बच्चे न केवल अपने परिवार का नाम रोशन करते हैं, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक छाप छोड़ते हैं।

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