कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने 5वीं, 8वीं और 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थी। जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था। वहीं इस बीच परीक्षा से जुड़ी नई खबर सामने आई है। सीबीएसई (सैंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन) की तरफ से सत्र 2021-22 में होने वाली 9वीं और 12वीं की परीक्षा के प्रश्न पत्र के पैटर्न में बदलाव किया गया है। प्रश्न पत्र में किए गए बदलाव इसी सत्र से लागू किए जाएंगे।
नई शिक्षा नीति के तहत किए बदलाव
मिली जानकारी के मुताबिक बोर्ड ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में अब शाॅर्ट एंड लाॅन्ग आंसर टाइप प्रश्न 10 प्रतिशत तक कम पूछे जाएंगे। अब तक 10वीं कक्षा के प्रश्न पत्र में एंड लाॅन्ग आंसर टाइप प्रश्न 70 फीसदी तक पूछे जाते थे। वहीं 12वीं में 60 फीसदी प्रश्न पूछे जाते थे। इसके साथ ही पैटर्न में अब्लिटी बेस्ड प्रश्नों को जोड़ा गया है। बोर्ड ने यह बदलाव नई शिक्षा नीति 2020 के तहत किया है।
नए पैटर्न पर ही सैंपल पेपर होगा जारी
विद्यार्थियों में सोचने की अब्लिटी के विकास हो इसके लिए 9वीं और 10वीं बोर्ड में 30 फीसदी जबकि 12वीं में 20 फीसदी अब्लिटी के प्रश्न पूछे जाएंगे। फिलहाल अभी तक परीक्षा में अब्लिटी बेस्ड प्रश्न नहीं पूछे जाते थे। बोर्ड के मुताबिक नए पैटर्न पर ही सैंपल पेपर जारी किया जाएगा। इसी पैटर्न पर स्कूलों को पढ़ाने के निर्देश दिया गया है ताकि बच्चों को अभी से इसकी जानकारी मिल जाए।
9वीं और 10वीं का पैटर्न
- 30 फीसदी अब्लिटी बेस्ड प्रश्न (जिसमें केस स्टडी, मल्टीपल च्वाइस इंटीग्रेटेड प्रश्न शामिल हैं)
- ऑब्जैक्टिव टाइप प्रश्न जो 20 अंक के होंगे
- शाॅर्ट एंड लाॅन्ग आंसर टाइप प्रश्न 50 फीसदी होंगे
11वीं और 12वीं का पैटर्न
- 20 फीसदी अब्लिटी बेस्ड प्रश्न (जिसमें केस स्टडी, मल्टीपल च्वाइस, इंटीग्रेटेड प्रश्न शामिल हैं)
- ऑब्जैक्टिव टाइप प्रश्न जो 20 अंक के होंगे
- शाॅर्ट एंड लाॅन्ग आंसर टाइप प्रश्न 60 फीसदी होंगे