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बेटे की ज़िद्द और शर्त से जुड़ा रिश्ता, रईस ख़ानदान के बावजूद बबीता ने देखे ऐसे भी दिन

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 27 Aug, 2021 05:35 PM
बेटे की ज़िद्द और शर्त से जुड़ा रिश्ता, रईस ख़ानदान के बावजूद बबीता ने देखे ऐसे भी दिन

कपूर खानदान जितना बड़ा है उतना ही फेमस भी। करीना और करिश्मा भी इसी खानदान की बेटियां हैं। दोनों ने इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई और दोनों ही आए दिन स्पॉट भी होती रहती हैं। बेबो और लोलो की मम्मी-डैडी यानि बबीता और रणधीर भी अपने जमाने के फेमस स्टार रहे हैं। भले ही बबीता कपूर ने गिनी चुनी फिल्मों में काम किया हो लेकिन जितना भी काम किया बढ़िया की। उन्होंने शादी कर अपना घर बसाने के लिए करियर को टाटा बोल दिया था और फिर बेटियों का भविष्य बनाने के लिए घर छोड़ दिया तो चलिए आज के इस पैकेज में हम आपको बबीता की ही लाइफस्टोरी बताते हैं ...

मुबंई में 20 अप्रैल 1947 को बबीता का जन्म अभिनेता हरि शिवदासानी के घर हुआ। वह एक हिंदू सिंधी परिवार से थी विभाजन के बाद उनका परिवार पाकिस्तान से भारत गया लेकिन उनकी मां बारबरा शिवदासानी, एक ब्रिटिश इसाई थी। बीते जमाने की एक्ट्रेस साधना शिवदासानी उनकी कजिन सिस्टर थीं।

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फिल्मी करियर की बात करें तो उनकी पहली ही फिल्म दस लाख पर्दे पर हिट रही उन्होंने करीब 19 फिल्मों में लीड रोल निभाया और 1971 में उन्होंने रणधीर कपूर से शादी कर ली हालांकि शादी के बाद उन्होंने पति रणधीर कपूर के साथ जीत और एक हसीना दो दीवाने की और ससुर राज कपूर और दादा ससुर पृथ्वीराज कपूर के साथ कल आज और कल में अभिनय किया। शादी से पहले वह अपने दोनों चाचा ससुर, शशि कपूर और शम्मी कपूर के साथ भी काम कर चुकी थीं लेकिन जब उनकी फिल्म 'सोने के हाथ' फ्लॉप हुई तो उन्होंने अपने फिल्मी करियर को अलविदा कह दिया।

 

लवस्टोरी की बात करें तो बबीता और रणधीर कपूर की मुलाकात फिल्म 'संगम' के सेट पर हुई थी। इसके बाद दोनों ने मिलना- जुलना शुरू किया और करीब 2 साल तक एक- दूसरे को डेट करते रहे। वह अपने परिवार से बबीता को मिलवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने फिल्म 'कल आज और कल' के लिए उन्हें साइन किया ताकि बाद में आसानी से घरवालों को मिलवा सकें। वहीं बबीता जानती थीं कि कपूर खानदान में बहुएं शादी के बाद फिल्मों में काम नहीं करतीं, इसके चलते उन्होंने रणधीर से कहा कि वो या तो उनसे शादी कर लें या फिर उनके साथ रिश्ता खत्म कर दें।

 

हालांकि कपूर खानदान कभी बबीता को घर की बहू नहीं बनाना चाहता था क्योंकि इससे पहले कोई हीरोइन उनके घर की बहू नहीं बनी थीं। ऐसे में पूरा परिवार रणधीर के इस फैसले के खिलाफ था, रणधीर को बबिता से इतना प्यार हो गया था कि वो उनसे शादी करने के लिए अपने परिवार से रिश्ता तोड़ने तक के लिए तैयार हो गए थे। बबीता के कहने पर उन्होंने अपने पिता राज कपूर से अपने और बबीता के रिश्ते को लेकर बात की थी पर राज कपूर बबीता को अपनी फिल्मों की हीरोइन अपनी बहू को नहीं बनाना चाहते थे। वहीं दूसरी तरफ बबीता ने रणधीर पर शादी का दबाव डाला। शादी के मंजूरी तो मिली लेकिन राज कपूर ने शर्त रखी की अगर वो दोनों शादी करते हैं तो बबीता को अपना फिल्मी कॅरियर छोड़ना पड़ेगा।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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रिपोर्ट्स के अनुसार, बताया जाता है कि शादी के बाद बबीता कपूर अपनी दोनों बेटियों करिश्मा कपूर और करीना कपूर के साथ अलग रहने लगीं हालांकि उन्होंने रणधीर कपूर से तलाक नहीं लिया था। अलग होने की बड़ी वजह बेटियों का करियर बताया जाता रहा है। दरअसल कपूर खानदान की ना तो बेटियां ना बहुएं फिल्मों में काम कर सकती थीं लेकिन बबीता ने यह परंपरा तोड़ दी। परंपरा के खिलाफ जाकर बबीता ने अपनी बेटियों को एक्ट्रेस बनाने का फैसला किया। कहा जाता है कि इसी बात को लेकर वह घर छोड़ कर चली गई थी हालांकि कहा जाता है कि बबीता रणधीर कपूर की गलत आदतों के चलते भी परेशान थी। ऐसे में करीना के जन्म के बाद बबीता घर छोड़कर चली गई लेकिन साल 2007 में दोनों में सुलह हुई और दोनों फिर से एक हो गए।

 

बबीता ने इतने साल अलग रहकर अकेले ही अपने बेटियों की परवरिश की। एक इंटरव्यू में करीना ने बताया था कि 'मां हमेशा कुछ न कुछ करती ही रहती थीं। उन्होंने अकेले ही हमारी परवरिश की। छोटे व्यवसायों के अलावा उनका एक रियल एस्टेट का भी बिजनेस था। उनके लिए ये चीजें थोड़ी मुश्किल जरूर होती थीं।' लेकिन बबीता ने खुद के दम पर दोनों बेटियों को पाला। इतना ही नहीं, बबीता कपूर को कपूर खानदान की तरफ से किसी भी तरह की आर्थिक मदद तक नहीं मिलती थी।

 

करीना कपूर ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, 'हमें खुद के हाल पर ही छोड़ दिया गया था। हालांकि, मेरे पापा का भी हमारी जिंदगी में एक अहम योगदान है। शुरुआती सालों में तो हम पापा से ज्यादा मिल भी नहीं पाते थे, लेकिन अब जिंदगी में सभी चीजें बिल्कुल ठीक हैं।'

 

बता दें कि बबीता और रणधीर कपूर ने 6 नवंबर साल 1971 में शादी की थी। शादी के बाद बबीता कपूर को अपना एक्टिंग करियर छोड़ना पड़ा था और उन्होंने करियर छोड़ा भी क्योंकि वह रणधीर कपूर से प्यार करती थीं। अपने प्यार के साथ घर बसाने के लिए उन्होंने ये फैसला लिया लेकिन  80 के दशक के बाद रणधीर कपूर की फिल्में भी फ्लॉप होने लगी थीं।

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रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्मों के लगातार फ्लॉप होने के कारण रणधीर कपूर को पैसों की परेशानी तो हो ही रही थी, साथ ही उन्हें शराब की भी लत लग गई थी। उनकी इस बात को लेकर बबीता कपूर ने पति से अलग होने का फैसला कर लिया। अलग होने के बाद जहां रणधीर कपूर अपने माता-पिता के साथ रहने लगे थे तो वहीं बबीता कपूर बेटियों के साथ अकेले रहने लगी थीं।

 

रणधीर ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मैं फिर से शादी नहीं करना चाहता, ना ही वो करना चाहती है। उसे पता चला कि मैं खराब इंसान हूं जो बहुत शराब पीता है और रात को देर से घर आता है और उसे यह पसंद नहीं आया।हालांकि हमारी लव मैरिज थी, लेकिन सोच अलग थी। इसलिए हमने दूरियां बना ली।' 'मैं उसका काफी सम्मान करता हूं। वो मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है। उसके कारण ही मेरे पास आज 2 प्यारी बच्चियां हैं, जो अपनी लाइफ में काफी तरक्की कर रही हैं। हम दोनों में कोई दुश्मनी नहीं है।'

 

अब दोनों एक साथ रहते हैं और अकसर ही बेटियों के साथ वैकेशन मनाते और पार्टी करते दिखाई देते हैं। बबीता ने भले ही फिल्मी नगरी से दूरी बनाई हो लेकिन बच्चियों के लिए वह काम करती रहीं ताकि बच्चियों को एक सफल भविष्य दे सकें।

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