ICSE बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं। आकंडों की मानें तो ICSE बोर्ड की इस परीक्षा में कुल 99.47% छात्र पास हुए हैं। 12वीं क्लास का पास प्रतिशत 98.19% रहा हैं, वहीं 10वीं में कुल 99.47% छात्रों ने एग्जाम को पास किया। वहीं हर बार की तरह बोर्ड एग्जाम में लड़कियां ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जहां आजकल अच्छे marks के लिए बच्चे ट्यूशन लगवाते हैं, वहीं बलिया की आयुषी पांडेय सेल्फ स्टडी करके ही 12वीं की जिला टॉपर बनीं हैं। आयुषी का पढ़ाई को लेकर जुनून और उत्साह अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा है। हालांकि आयुषी का कहना है कि उन्हें कभी लगा नहीं था कि वो जिले की टॉपर बन जाएंगी। बेटी की इस सफलता से उनके पैरेंट्स भी फूले नहीं समा रहे हैं। आइए जानते हैं कि आयुषी की सफलता का राज...
लगन और मेहनत से मिली आयुषी को सफलता
आयुषा की पैरेंट्स का मानना है कि सारा श्रेय उनकी बेटी को जाता है। आयुषी ने बहुत ही मन लगाकर पढ़ाई की। बेटी की इस सफलता ने उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। वो अपनी खुशी को बयां भी नहीं कर पा रहे हैं।
बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं आयुषी
आयुषी बलिया के बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं।उनके पिता प्रशांत पांडेय एक वकील हैं, वहीं मां गृहिणी हैं। घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत न होते हुए भी पैरेंट्स ने बेटी की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। उसे अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए जिले के मशहूर स्कूल होली क्रॉस में पढ़ाया और आज आयुषी ने अपने मां- बाप का नाम रोशन कर दिया। आयुषी ने हद लगन से पढ़ाई और ट्यूशन तक नहीं ली। वो हर दिन 4-5 घंटे सेल्फ स्टडी करती थीं और ऐसे ही उन्होंने जिले के सारे छात्रों को मात दे दी। आयुषी को 96.75% हासिल हुए हैं।
डॉक्टर बनना चाहती हैं आयुषी
आयुषी का सपना डॉक्टर बन देश और समाज की सेवा करना है। उसकी पढ़ाई को लेकर ये लगन और जुनून दूसरे छात्रों के लिए मिसाल है।