हाथरस गैंगरेप पीड़िता के लिए पूरा देश इंसाफ की मांग कर रहा है। भड़े हुए लोग हाथरस की निर्भया के लिए सड़कों पर उतरकर इंसाफ की मां कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने चौकानें वाला बयान दिया है।
पीड़िता के साथ नहीं हुआ रेप: एडीजी प्रशांत
दरअसल, एडीजी प्रशांत का कहना है कि हाथरस की 19 साल की पीड़िता के साथ रेप नहीं किया गया। उनका कहना है कि फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट से यह साफ जाहिर होता है कि युवती की मौत गले में चोट और उसके कारण लगे सदमे की वजह से हुई है। इसके साथ बलात्कार नहीं हुआ। वहीं, उनका कहना है कि पीड़िता ने भी अपने बयान में रेप की बात नहीं कही थी बल्कि उन्होंने सिर्फ मारपीट का आरोप लगाया था।
पुलिस की छवि को खराब किया गयाः एडीजी प्रशांत
प्रशांत का कहना है कि कुछ लोग सामाज और जातीय हिंसा को भड़काने के लिए गलत तथ्यों को सही बताने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, 'हाथरस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस की छवि को खराब किया गया। हम उन लोगों की पड़ताल करेंगे, जो माहौल को खराब और जातीय हिंसा भड़काने में लगे हैं। सरकार तथा पुलिस महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को लेकर बेहद संजीदा है।'
अंतिम संस्कार को लेकर भी उठे थे सवाल
गौरतलब है कि इससे पहले चुपचाप देर रात पीड़िता का अंतिम संस्कार करने को लेकर विरोध किया जा रहा है। वहीं पुलिस पर आरोपियों और बात को दबाने का आरोप भी लगा था। इसपर प्रशांत कुमार ने कहा कि पीड़िता का अंतिम संस्कार पिता और भाई की सहमति से किया गया है। उन्होंने कहा, 'पीड़िता का शव खराब हो रहा थी इसलिए परिवार की सहमति से देर रात पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अभी तक आधिकारिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। उसमें जो भी तथ्य होंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।'
हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर पूरे देश में ही उबाल है। देश के कोने-कोने से लोग हाथरस की निर्भया के लिए इंसाफ की मां कर रहे हैं। वहीं, लोग धरने, कैंडल मार्च के जरिए यूपी सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।