नारी डेस्क: अगर सुबह नींद से उठते ही दांत में दर्द महसूस हो रहा है, तो यह सिर्फ ठंड-गर्मी या मामूली सेंसिटिविटी नहीं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकता है। इसे बार-बार अनदेखा करना आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकता है। सुबह का दांत दर्द शरीर का अलार्म है। इसे नजरअंदाज नहीं, समय पर इलाज ही समझदारी है।
दांत दर्द इन बीमारियों की देता है चेतावनी
दांत में कीड़ा (Dental Cavity): रात में मुंह सूखने से बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं। अगर सुबह उठते ही तेज दर्द हो रहा है तो इसका समय पर इलाज न होने पर नस तक सड़न पहुंच सकती है।
दांत की नस में इंफेक्शन (Pulpitis): दर्द धड़कता हुआ, ठंडा-गरम लगते ही झटका रात और सुबह ज्यादा दर्द है तो यह नस में इंफेक्शन का संकेत है। इसमें रूट कैनाल की जरूरत पड़ती है।
दांत में पस भरना (Dental Abscess): सूजन, मुंह में कड़वा स्वाद, बदबूदार सांस दांत में पस भरने के संकेत हैं। यह इंफेक्शन खून तक फैल सकती है, यह खतरनाक स्थिति है।
मसूड़ों की बीमारी (Gum Disease): मसूड़ों से खून, सूजन और जलन सुबह ज्यादा दर्द मसूड़ों की बीमारी का संकेत है। इलाज न होने पर दांत हिलने लगते हैं।
दांत पीसने की आदत (Bruxism): रात में दांत कसकर भींचना, सुबह जबड़े और दांत में दर्द कई बार सिरदर्द होना भी नुकसानदायक है। इससे धीरे-धीरे दांत घिस जाते हैं।
साइनस इंफेक्शन (Sinusitis): ऊपर के दांतों में दर्द, सिर भारी लगना, नाक बंद या पानी आना असल में दांत नहीं साइनस की समस्या होती है।
दांत में दरार या फ्रैक्चर: चबाते समय दर्द, दबाव छोड़ते ही तेज चुभन यह दांत में दरार या फ्रैक्चर का संकेत है । बिना इलाज दांत टूट सकता है।
दांत दर्द को नजरअंदाज करने के नुकसान
- इंफेक्शन पूरे जबड़े में फैल सकता है
- तेज बुखार और सूजन हो सकती है
-दांत निकालने की नौबत आ सकती है
- डायबिटीज और हार्ट पेशेंट्स में खतरा ज्यादा
-लंबे समय तक दर्द और खर्च दोनों बढ़ते हैं
तुरंत डेंटिस्ट के पास कब जाएं?
अगर दर्द 1–2 दिन से ज्यादा रहे, चेहरे या मसूड़ों में सूजन हो गई है। बुखार के साथ दर्द हो रहा है या फिर मुंह खोलने में दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर को दिखाना ही समझदारी है। अगर इन समस्याओं से बचना है तो रात में ब्रश जरूर करें। मीठा खाकर बिना कुल्ला सोने से बचें। दांत पीसने की आदत से बचाव करें और 6 महीने में एक बार डेंटल चेकअप जरूर करवाएं