पीसीओडी और पीसीओएस दो ऐसी बीमारियां है, जो भारतीय महिलाओं को तेजी से अपना शिकार बना रहा है। इसके कारण ना सिर्फ महिलाएं मोटी हो जाती है बल्कि यह बीमारी प्रेगनेंसी में भी बाधा डालती है। जबकि दोनों का ही कनैक्शन लाइफस्टाइल से है। दवाओं के भरोसे बैठी हैं तो जान लें कि जब आप दवा छोड़ेंगी तो बीमारी दोबारा उठ खड़ी हो जाएगी। ऐसे में हम आपको इसकी सटीक इलाज बताएंगे, जिससे पीसीओडी व पीसीओएस जड़ से खत्म हो जाएगी।
पीसीओडी और पीसीओएस में फर्क?
PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम) और PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवेरी डिसआर्डर) हार्मोनल असंतुलन के कारण होती हैं। मगर, PCOD में महिलाओं के शरीर पर अनचाहे बाल उगने लगते है जबकि PCOS में बाल झड़ने लगते हैं। हालांकि पीसीओएस PCOD से अधिक गंभीर है क्योंकि इसमें ओवरी में बहुत सारे सिस्ट बनने लगते हैं। शोध के मुताबिक, भारत में करीब 10% महिलाएं पीसीओडी से परेशान है, जिसके कारण ओवरी में छोटी-छोटी गांठें बन जाती है, जिससे अनियमित पीरियड्स और कंसीव करने में दिक्कत आती है।
योग से संभव PCOD का इलाज
योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है, जिससे पीसीओडी का इलाज संभव है क्योंकि यह शरीर पर मानसिक, शारीरिक और सूक्ष्म रूप से असर डालता है।
चक्कीचाल आसन
इसके लिए कूल्हों को जमीन पर टिकाकर बैठ जाएं और फिर दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाएं। अब दोनों हाथों को जोड़कर पैरों के पास लाएं और क्लॉक वाइज घुमाएं जैसे चक्की चलाई जाती है। इसके बाद इसे एंटी क्लॉक वाइज यानि उल्टा घुमाएं। शुरुआत में इसे 10 मिनट करें और धीरे-धीरे अवधि बढ़ाएं। इससे यूट्रस, ओवरी, किडनी व पेट के निचले हिस्से की मसल्स की मसाज होती है, जिससे पीसीओडी की समस्या खत्म हो जाती है।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार को धीमी गति से करने पर प्यूबिक एरिया की मसल्स, यूरिनरी ट्रैक्ट वेन्स और लोअर अबडॉमिन की मसाज होती है और मजबूती भी आती है। यह पीसीओडी को खत्म करने के साथ मेन्सट्रुअल साइकिल को रेग्युलर करने में भी मददगार है।
बटरफ्लाई आसन
इसके लिए जमीन पर बैठकर पैरों को आपस में जोड़एं। अब हाथों से पैरों की अंगुलियों को जकड़ें और पीठ व गर्दन को सीधा रखें। धीरे-धीरे टांगो को तितली के आकार में ऊपर नीचे करते हुए 2 से 3 मिनट तक हिलाएं। धीरे-धीरे इस आसन की अवधि को बढ़ाएं। पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं के लिए बटरफ्लाई आसन बहुत फायदेमंद है लेकिन बीच-बीच में अपनी पोजिशन बदलती रहें। इससे बॉडी के लोअर पार्ट की नर्व्स मजबूत होगी और प्यूबिक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा, जिससे हार्मोन्स कंट्रोल रहेंगे।
इसके अलावा पीसीओडी से छुटकारा पाने के लिए आप उष्ट्रासन, मार्जारी, पद्मासन आदि भी कर सकते हैं। योगासन करने के साथ अपना लाइफस्टाइल सुधारें और हैल्दी डाइट लें। साथ ही भरपूर पानी पीएं।