भारतीय कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने हाल ही में हुई दिल्ली गैंगरेप पीड़िता से मुलाकात की। स्वाति ने युवती से मुलाकात की जिसने उन्हें बताया कि उसे उसके घर से अगवा किया गया और अवैध शराब तथा मादक पदार्थ के कारोबार में लिप्त व्यक्तियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। पीड़िता ने कहा कि जब उसका बलात्कार किया जा रहा था तब महिलाएं मौजूद थीं और पुरुषों से ऐसा करने को कह रही थीं।
स्वाति मालीवाल ने की न्याय की मांग
मालीवाल ने पीड़िता से मिलने के बाद ट्ववीट किया, “मैं लड़की से मिली। उसने बताया कैसे तीन व्यक्तियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और वहां खड़ी औरतों ने उन्हें बलात्कार करने को उकसाया। लड़की के शरीर पर अमानवीय घाव हैं। उसके बाल काटकर और मुंह काला कर इलाके में घुमाया गया। अवैध शराब बेचने वालों की दबंगई बहुत बढ़ गयी है। इन पर पुलिस को शिकंजा कसना चाहिए।”
वहीं, क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि इस बर्बर घटना में शामिल आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) आर. सत्यसुन्दरम से बात की है। गंभीर ने ट्वीट किया, “... कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है और आगे भी होगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि इन जानवरों (पुरुषों और महिलाओं) को छोड़ा नहीं जाएगा। पीड़िता को हर प्रकार की सहायता दी जाएगी।”
पुलिस का क्या है कहना?
पुलिस ने कहा कि उन्हें बुधवार दोपहर एक बजकर 18 मिनट पर घटना के बारे में कॉल प्राप्त हुई। युवती को आनंद विहार से कस्तूरबा नगर ले जाया गया। पुलिस ने उसे आरोपियों के घर से बचाया। पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में युवती ने कहा कि उसके मायके के पास रहने वाले परिचितों ने उसका अपहरण किया। शिकायत के अनुसार, वे लोग युवती को अपने घर ले गए और कथित तौर पर उससे मारपीट की। युवती का आरोप है कि उसका यौन शोषण किया गया, सिर मुंडवाया गया और जबरन जूते-चप्पल की माला पहनाई गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके बाद आरोपियों ने युवती को सबके सामने सड़क पर घुमाया गया। अधिकारी ने कहा, “एक युवती को सड़क पर घुमाने और उसके साथ मारपीट कर रहे कुछ लोगों के बारे में सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस की टीम भेजी गई… हमने युवती को बचाया, उसे थाने लेकर गए जहां उसकी कॉउंसलिंग की जा रही है।”
बाल काटे, मुंह काला करके बाजार में घुमाया
घटना से संबंधित कथित वीडियो में युवती को सड़क पर लोगों के साथ चलते देखा जा सकता है। वीडियो में कुछ महिलाएं युवती को अपशब्द कह रही हैं और कुछ लोग पीछे से सीटी बजा रहे हैं। एक अन्य कथित वीडियो में एक व्यक्ति युवती को बेल्ट से पीट रहा है जबकि एक अन्य महिला उसे डंडे से मार रही है। इसके अलावा तीसरे कथित वीडियो में महिलाएं पीड़िता के बाल काट रही हैं और उसे अपशब्द कह रही हैं।
डीसीपी सत्यसुंदरम ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से लगाए गए आरोपों की पड़ताल की जा रही है और जांच जारी है। कस्तूरबा नगर में पीड़िता के पडोसियों ने कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया और कहा कि घटना के समय वे अपने घर के भीतर थे। एक व्यक्ति ने कहा कि क्षेत्र के लोग आरोपियों और उनके परिवार से डरे हुए हैं क्योंकि वे कथित तौर पर अवैध रूप से शराब का धंधा करते हैं।
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस ने कहा कि घटना के संबंध में सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को लिखे पत्र में आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि पीड़िता को सर्वोत्तम उपचार मुहैया कराया जाए और उसके परिजनों की सुरक्षा की जाए। दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 357-ए के तहत पीड़िता मुआवजे की हकदार है।
शर्मा ने कहा, “इसलिए मुआवजे की प्रक्रिया तेज की जाए ताकि पीड़िता को जरूरत के अनुसार वित्तीय सहायता मिल सके।” शर्मा ने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (महिला सुरक्षा प्रभाग) के दिशा निर्देशों और आदेश के अनुसार, मामले की जांच समयबद्ध तरीके से होनी चाहिए। इसके अनुसार पुलिस को बलात्कार के मामलों की जांच दो महीने में पूरी करनी होती है।