दिवाली का त्योहार बस आने ही वाला है लेकिन उससे ठीक 2 दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है, जिसमें भगवान धनवंतरी और कुबेर की पूजा की जाती है। दिवाली फेस्टिव की सही शुरूआत इसी दिन से ही हो जाती है। धनतेरस के दिन लोग सोने, चांदी, बर्तनों की खरीददारी करते हैं जिसका कनैक्शन शुभता के साथ सेहत से भी है।
लेकिन पहले जानिए यह दिन मनाते क्यों हैं?
माना जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धनवंतरी अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे क्योंकि धनवंतरी आयुर्वेद लेकर आए थे, इसलिए उन्हें औषधि का जनक भी माना जाता है। इस दिन धन के देवता भगवान कुबेर की भी पूजा की जाती है और सोना खरीदना इस दिन शुभ भी माना जाता है और सेहत के लिए अच्छा भी।
चलिए धनतेरस पूजा का शुभ महूर्त
25 अक्तूबर यानि की शुक्रवार को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजे से 8:15 तक का है। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें और फिर माता लक्ष्मी को फूल व अक्षत चंदन लगाएं। इसके बाद दक्षिण दिशा की ओर यमराज को जल देकर आरती करें। वही सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त शाम 6:43 से 7:08 बजे तक का रहेगा लेकिन सोने के साथ इस दिन इन चीजों की खरीदारी भी शुभ होती है।
झाड़ू भी उन्हीं में से एक है...
-वैसे तो ज्यादातर लोग इस दिन सोना, चांदी या कोई अन्य बड़ी-बड़ी वस्तुएं खरीदते हैं लेकिन भगवान धन्वंतरि की प्रिय धातु पीतल है। इस लिए आप पीतल के बर्तन भी खरीद सकते हैं।
-वहीं इस दिन झाड़ू खरीदना भी काफी शुभ माना जाता है। झाडू़ ही आपके घर द्वार को स्वच्छ रखता है। इस दिन भगवान विष्णु, राम और लक्ष्मी के चरणों का आगमन आपके घर होता है।
-इसके अलावा इस दिन कपड़े, बर्तन या इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के अलावा भगवान कुबेर, माता लक्ष्मी और गणेश भगवान की तस्वीर खरीदना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा इस दिन व्यवसाय से जुड़ी चीजें, गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, कौंड़ी, शंख, नमक, हत्था जोड़ी और श्रीयंत्र खरीदना भी काफी शुभ माना जाता है।
क्या ना खरीदें
लेकिन कुछ चीजों ऐसी भी हैं जिन्हें इस दिन खरीदना अशुभ माना जाता है।
. इस दिन लोहे से बनी चीजें न खरीदें। कैंची-चाकू आदि ना खरीदें।
. काला रंग की कोई वस्तु घर न लाएं।
. कांच से बनी चीजें राहु से संबंधित होती है इसलिए कांच की चीजें ना लें।
. एल्युमिनियम के बर्तन भी न खरीदें।