26 APRFRIDAY2024 10:43:22 AM
Life Style

सभी देशों में अलग-अलग महत्तव से मनाई जाती है गणेश चतुर्थी

  • Updated: 27 Aug, 2017 12:03 PM
सभी देशों में अलग-अलग महत्तव से मनाई जाती है गणेश चतुर्थी

भारत के लगभग हर हिस्से में अलग-अलग तरीके से गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। हिदूं लोगों के अलावा महाराष्ट्र, गोवा, केरल और तमिलनाडु में भी यह पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार इस दिन उन्होंने जन्म लिया था। गणेश चतुर्थी के दिन उनकी मूर्ति को घर में स्थापित करके कुछ दिनों बाद विसर्जन किया जाता है।

PunjabKesari

गणेश जी को घर में स्थापित करने के बाद रोज उनकी पूजा की जाती है। और आखिरी दिन में नदी में विसर्जन किया जाता है। इसके साथ ही अगले साल बप्पा को फिर से आने के लिए कहा जाता है। भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा के चलते कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते है। 

PunjabKesari

इस दिन के बारे में सबके अलग-अलग विचार है। कुछ लोगों का मानना है कि इस दिन माता पार्वती ने अपने शरीर में हल्दी का लेप लगाया था और उसे हटाने के बाद गणेश जी का जन्म हुआ। इसके बाद वो पार्वती और शिव भगवान के पुत्र कहलाने लगे।

PunjabKesari

हजारों साल से मनाया जाने वाला यह त्यौहार अंग्रेजो के समय में शुरु किया गया था। इस समय युवकों में अपने धर्म के प्रति नकारात्मकता और अंग्रेजी आचार-विचार के प्रति आकर्षण बढ़ने लगा था। जिसके कारण हिंदुओं ने युवकों को हिंदु धर्म की महत्तवा समझाने के लिए इस त्यौहार को शुरु किया था।

PunjabKesari

केरल और तमिलनाडु में इस त्यौहार को मराठा सम्राट के समय से मनाया जाता है। गणेश भगवान मराठा सम्राट के शिवाजी के कुल देवता थे। जिसके कारण उनके समय से इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है।

PunjabKesari

गणेश चतुर्थी को गौरी पर्व भी कहा जाता है। श्री गणेश माता पार्वती के सबसे ज्यादा करीब होने ते कारण इसे माता गौरी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि माता गौरी ने औरतों के मान सम्मान को बढावा देने का आशीर्वाद दिया था। जिसके कारण इसे गौरी पर्व के नाम से भी जाना जाता है।

Related News