गर्भाशय यानि यूट्रस कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो महिलाओं को किसी भी उम्र में हो सकती है। हालांकि 30-45 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को इसका खतरा ज्यादा रहता है। गर्भाशय कैंसर आंत, मूत्राशय, लिम्फ नोड्स, पेट, लिवर और फेफड़ों को प्रभावित करता है। औरतों के लापरवाही के कारण उनमें इस कैंसर के होने की संभावना बढ़ रही है क्योंकि वो शरीर में आए बदलावों को मामूली समझकर इग्नोर कर देती हैं।
चलिए आज हम आपको गर्भाश्य कैंसर से जुड़ी कुछ ऐसी जरूरी बातें बताते हैं, जो हर महिला को पता होनी जरूरी है।
गर्भाश्य कैंसर के कारण
-फैमिली हिस्ट्री
-50 वर्ष के बाद मोनोपॉज होनाट
-जल्दी मासिक धर्म आना
-स्मोकिंग और शराब का अधिक सेवन
-कुछ दवाईयां
-पीसीओएस
-मोटापा
गर्भाश्य कैंसर के लक्षण
वैजाइनल असामान्यता
जब कैंसर अंदरूनी भागो के आसपास के उतकों तक फैल जाता है तो ब्लड स्पॉटिंग या मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए।
बार-बार पेशाब आना
अचानक लगातार पेशाब आना, पेशाब में खून आना या मूत्राशय पर नियंत्रण न रहना भी यूट्रस कैंसर के शुरूआती संकेत है।
संबंध बनाते समय दर्द होना
ओवरी में ट्यूमर होने के कारण संबंध बनाते समय बहुत दर्द होता है, जिसे डायसपारुनिया कहा जाता है।
पीठ के पिछले हिस्से में दर्द
ओवेरियन कैंसर के कारण महिलाओं में पीठ में पीछे नीचे की ओर दर्द होता है। समय के साथ-साथ यह दर्द भी बढ़ता जाता है।
पेट में सूजन या पेट फूलना
गर्भाशय कैंसर में पेट के निचले भाग में दर्द, पेट फूलना, अपच, गैस बनना, मितली और हार्टबर्न आदि जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।
सांस लेने में परेशानी
ओवेरियन कैंसर के कारण पेट में तरल पदार्थ बनता है जो पेट की लाइनिंग को परेशान करता है। इससे पेट में दबाव बढ़ जाता है जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ होती है।
हमेशा थकान महसूस होना
दिनभर काम करने के बाद थकावट होना आम बात है लेकिन पूरी नींद और अच्छी डाइट लेने के बाद भी थकावट महसूस हो तो आपको जांच करवानी चाहिए क्योंकि यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
मल त्याग में परेशानी
जब ट्यूमर बढ़ता है तो यह पेट, मूत्राशय और छोटी अंत पर दबाव डालता है। इससे मल त्याग के समय खून आना, जलन और दर्द जैसी परेशानी हो सकती है।
भूख कम लगना
अगर आपको भी अचानक से भूख कम लगने लगी है तो इसे हल्के में ना लें। थोड़ा खाने के बाद भी पेट भर जाता है तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
पेल्विक में दर्द
ओवरी में होने वाले कैंसर के कारण पेल्विक में दर्द होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्यूमर का दबाव ओवरी और इसके आसपास के अंगों पर पड़ता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।