'किंग ऑफ डिस्को पॉप' बप्पी लाहरी पंचतत्व में विलिन हो चुके हैं। भले ही वो दुनिया छोड़ गए हो लेकिन अपने मधुर संगीत और गानों के जरिए वो हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे। हालांकि बप्पी दा सिर्फ अपने गानें ही नहीं बल्कि चंकी सनग्लासेस और स्टेटमेंट ज्वैलरी के लिए जाने जाते थे। उन्हें अपनी गोल्ड चैन और सनग्लासेस से बहुत प्यार था इसलिए परिवार ने उनके पार्थिव शरीर पर गॉगल्स और गोल्ड चेन रखकर आखिरी विदाई दी। बप्पी दा महज 69 वर्ष की आयु दुनिया छोड़ गए।
सोने के साथ एक उनका गहरा लगाव था, जो धीरे-धीरे उनका सिग्नेचर लुक भी बन चुका था। 2014 के चुनाव के दौरान उनके पास सिर्फ 754 ग्राम सोना था, जिसकी कीमत उस वक्त करीब 17.7 लाख होगा। हालांकि इतने सोने की कीमत अब तक काफी बढ़ चुकी होगी और बप्पी दा की क्लैक्शन में गोल्ड भी। ऐसे में कई लोग सोच रहे हैं कि उनकी कई मोटी गोल्ड जंजीरों, अंगीठियां , कंगन और ज्वैलरी का क्या होगा?
बप्पी दा के गोल्ड का क्या होगा?
खबरों की मानें तो बप्पी दा के पास गोल्ड चेन-पेंडेंट, अंगूठियां, कंगन ही नहीं बल्कि गोल्ड गणेश की मूर्तिया, डायमंड कंगन, यहां तक कि सोने के फ्रेम और कफलिंक का भी बढ़िया कलैक्शन था। इनमें से कुछ गायक ने खुद खरीदे थे तो कुछ उन्हें दोस्तों व रिश्तेदारों द्वारा उपहार में दिए गए थे।
खुद करते थे गहनों की संभाल
जाहिर तौर पर, ये सभी चीजें परिवार की विरासत का हिस्सा हैं। कहा जाता है कि वह रोजाना पहने जाने वाली ज्वैलरी एक प्राइवेट प्रोटेक्टिव केस में रखा करते थे जबकि बाकी क्लैक्शन उन्होंने घर की अलमारी में बंद रखी थी। यही नहीं, वह खुद इनकी सफाई और संभालते थे। हालांकि उनका एक स्पेशल असिस्टेंट और हेल्पर भी इनमें उनकी मदद करता था।
किसी को छूने नहीं देते थे गोल्ड की चैन
कहा जाता है कि बप्पी दा अपने सोने के लेकर इतने प्रोटेक्टिव थे कि किसी को उसे छूने भी नहीं देते थे। कई बार तो ऐसा हुए कि जब सेलेब्स और उनके किसी फैंस के सोने की चेन के साथ फोटो लेने की इजाजत मांगी तो उन्होंने विनम्रता से मना कर दिया।
'गोल्डमैन' कहकर बुलाते थे लोग
वह हर समय गले में सोने की मोटी और भारी 7-8 जंजीरें पहना करते थे। साथ ही हाथों में सोने की अंगूठियां और कंगन भी पहने होते थे। यही वजह थी कि लोग बप्पी दा को प्यार से 'गोल्डमैन' कहकर बुलाते थे।
एक बार उन्होंने बताया था कि जब भी उन्हें गोल्ड से नवाजा जाता था तो उनके गाने हिट हो जाते थे इसलिए वह इतना सोना पहनते थे। वह गोल्ड को अपना लकी चार्म मानते थे।
बेटी-बेटी ने बताया गोल्ड का क्या होगा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बप्पी दा के बच्चे बेटा बप्पा और बेटी रेमा पिता की इस लेगेसी को ऐसे ही बरकरार रखने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया, "फिलहाल परिवार शोक में है लेकिन वे उनके पर्सनल क्लैक्शन को संरक्षित करने के लिए सब कुछ करेंगे। जो वह रोज पहनते थे, जैसे कि चैन और अंगूठियां, एक अलग बॉक्स में रखा जाता था, जिसे बप्पी दा हमेशा अपने साथ रखते थे। रोजाना पहने जाने वाली ज्वैलरी, बप्पी दा को भी बहुत सारे उपहार मिले। उन सभी चीजों को अब उनकी विरासत के एक हिस्से के रूप में संरक्षित किया जाएगा"।